अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव से पहले मुस्लिमों को दिया बड़ा संदेश,भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप

लखनऊ { गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) सक्रिय हो गई है और वोटर लिस्ट के मुद्दे पर सतर्कता दिखा रही है। सपा की इस सक्रियता से संदेश मिल रहा है कि अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रास्ते पर चल रहे हैं। दरअसल, राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने हाल ही में प्रमुख अखबारों में इस मुद्दे पर लेख भी लिखा था, जिस पर खूब सियासी हंगामा हुआ। अखिलेश यादव ने कहा है कि वोटर लिस्ट की गड़बड़ियों को ठीक किया जाएगा। लखनऊ में एक प्रेस वार्ता में सपा प्रमुख ने कहा कि वे वोटर लिस्ट को दुरुस्त करेंगे और भाजपा द्वारा बनाए गए कथित फर्जी वोटों पर आपत्ति दर्ज करेंगे। अल्पसंख्यक मोर्चे की बैठक के बाद अखिलेश ने कहा कि वे अपने संगठन के लोगों को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने वोटर लिस्ट सुधारने का संकल्प लिया है।
16 जून, सोमवार को अल्पसंख्यक मोर्चे के साथ बैठक के बाद प्रेस वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात कही। जानकारों का मानना है कि अखिलेश मुस्लिम मतदाताओं को संदेश दे रहे हैं कि वे चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में अपना नाम जांच लें और यदि नाम न हो तो उसे जुड़वाएं।
गौरतलब है कि यूपी में पिछले साल हुए 9 सीटों के उपचुनावों में कई बार ऐसे मामले सामने आए, जहां मुस्लिम मतदाताओं के साथ कथित बदसलूकी हुई या उनके नाम वोटर लिस्ट में नहीं थे।
अखिलेश ने बहराइच और बाराबंकी में मेले न लगने पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भाजपा नफरत फैलाने का काम कर रही है और भाईचारे के मेले को बंद करा दिया है। मेले कारोबार और आपसी सद्भाव का केंद्र होते हैं, जहां गरीब लोग भी हिस्सा लेते हैं। ये मेले हजारों सालों से एकता और मेलजोल का प्रतीक हैं, लेकिन भाजपा को इससे भी आपत्ति है। अखिलेश ने कहा कि मेले खुशियों और एकता का संदेश देते हैं, लेकिन भाजपा हर ऐसी चीज के खिलाफ है।