विमान दुर्घटना के बाद ‘टाटा समूह के इतिहास का सबसे काला दिन’: एन. चंद्रशेखरन

नई दिल्ली/मुंबई{ गहरी खोज }: टाटा समूह के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन ने अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने को अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शुक्रवार को कहा कि यह समूह के इतिहास का सबसे काला दिन है। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया।
चंद्रशेखरन ने अपने सहकर्मियों को लिखे पत्र में कहा, “12 जून को जो हुआ, वह समझ से परे है। यह समझना मुश्किल है कि आखिर यह त्रासदी कैसे हुई। इस घटना से पूरा टाटा समूह सदमे और गहरे शोक में है। एक व्यक्ति की जान जाना भी भारी दुख है, लेकिन इस हादसे में इतने लोगों की जान चली गई। यह दिन टाटा समूह के इतिहास में सबसे काले दिनों में से एक है। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया, उनके लिए शब्दों से सांत्वना देना संभव नहीं, फिर भी हमारी संवेदनाएं मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ हैं।”
उन्होंने हरसंभव सहायता का आश्वासन देते हुए कहा, “हम प्रभावित लोगों के साथ खड़े हैं। पिछले 24 घंटों में भारत, ब्रिटेन और अमेरिका से जांच टीमें अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं। हम उन्हें पूर्ण सहयोग देंगे और जांच के निष्कर्षों को पूरी पारदर्शिता के साथ साझा करेंगे।”
चंद्रशेखरन ने कहा कि दुर्घटना को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन इस समय धैर्य रखने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए व्यापक जांच होगी और इसके निष्कर्ष पारदर्शी तरीके से सामने लाए जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब टाटा समूह ने एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था, तब यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई थी और इस पर कोई समझौता नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, “यह संकट का समय है, लेकिन हम एकजुटता और आपसी सहयोग के साथ अपनी जिम्मेदारियों का पूरी ताकत से निर्वहन करेंगे।”