इराक से अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों की वापसी

ह्यूस्टन{ गहरी खोज }: इराक में अमेरिकी दूतावास के गैर-जरुरी कर्मचारियों और उनके आश्रितों को अनिर्दिष्ट सुरक्षा जोखिमों के कारण देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
विदेश विभाग ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘हमारे नवीनतम विश्लेषण के आधार पर हमने इराक में अपने मिशन का दायरा कम करने का फैसला किया है। हम अपने सभी दूतावासों में उचित कर्मियों की स्थिति का लगातार आकलन कर रहे हैं।’
रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने मध्य पूर्व से अमेरिकी सैन्य कर्मियों के परिजनों की स्वैच्छिक वापसी की मंजूरी दी है। हालांकि इराक से वापसी के पीछे की सुरक्षा चिंतायें स्पष्ट नहीं हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि अगर उसके परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत विफल हुयी तो वह क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों पर हमला कर सकता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को एक ‘पॉड फोर्स वन’ पॉडकास्ट में कहा कि अब उन्हें ईरान के साथ परमाणु समझौते को लेकर पहले जितना भरोसा नहीं रह गया है। उन्होंने कहा, ‘पहले मुझे उम्मीद थी, लेकिन अब मेरा विश्वास कम होता जा रहा है।’
बाद में जब श्री ट्रम्प से पूछा गया कि अमेरिकी सैन्यकर्मियों के परिवारों को मध्य पूर्व छोड़ने की अनुमति क्यों दी गयी, तो उन्होंने जवाब दिया, ‘आपको खुद देखना होगा।’
इस सप्ताहांत व्हाइट हाउस के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अऱाघची के बीच परमाणु वार्ताओं का छठा दौर होने की संभावना है।