यूएई ने आतंकवाद पर भारत के रुख पर समर्थन दोहराया

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नेतृत्व द्वारा दिए गए समर्थन और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने की सराहना की है।
यूएई ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री के मंगलवार 10 जून को आबू धाबी की यात्रा के दौरान यह रुख दोहराया।
यह यात्रा विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और यूएई के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाह्यान के बीच गत वर्ष 13 दिसंबर को नयी दिल्ली में आयोजित 15वीं संयुक्त आयोग बैठक के बाद हुई है।
विदेश मंत्रालय ने आज यहां बताया कि अपनी यात्रा के दौरान विदेश सचिव श्री मिस्री ने भारत और यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझीदारी के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा करने के लिए यूएई के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग राज्य मंत्री रीम अल हाशिम के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में चर्चा व्यापार, निवेश, ऊर्जा, संस्कृति, रक्षा, प्रौद्योगिकी, कांसुलर मामलों सहित विभिन्न क्षेत्रों में बहुआयामी द्विपक्षीय साझीदारी के दायरे को बढ़ाने पर केंद्रित थी। दोनों पक्षों ने आपसी हितों को बढ़ावा देने के लिए बहुपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर मिलकर काम करने पर सहमति जताई।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद यूएई नेतृत्व द्वारा दिए गए समर्थन और एकजुटता की सराहना की।
विदेश सचिव ने यूएई के सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाह्यान बिन मुबारक अल नाह्यान से मुलाकात की और यूएई में रह रहे 43 लाख भारतीयों की देखभाल के लिए शेख नाह्यान को धन्यवाद दिया, जिन्होंने यूएई को अपना दूसरा घर बना लिया है।
विदेश सचिव ने यूएई संघीय राष्ट्रीय परिषद के सदस्य और परिषद में रक्षा मामलों, आंतरिक और विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष और आबू धाबी स्थित चरमपंथ और हिंसक चरमपंथ का मुकाबला करने के लिए उत्कृष्टता के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, हेदयाह के अंतर्राष्ट्रीय संचालन बोर्ड के अध्यक्ष अली राशिद अल नूमी के साथ भी एक महत्वपूर्ण बैठक की। चर्चाओं में सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद से लड़ने के लिए दोनों देशों के साझा दृढ़ संकल्प की पुष्टि करने का एक और अवसर मिला।
विदेश सचिव की यूएई यात्रा दोनों पक्षों के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की निरंतरता है जो दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझीदारी के गहन होने को दर्शाती है।