क्या है कोविड-19 का नया XFG वेरिएंट, जानिए कितना खतरनाक है और क्या हैं इसके लक्षण

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: भारत समेत दुनियाभर में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में उछाल देखा जा रहा है। इसकी वजह मौसम को भी माना जा रहा है। मानसून में कमजोर इम्यूनिटी की वजह से कोविड तेजी से अटैक कर रहा है। जिसमें अब कोविड-19 के नए वेरिएंट ‘XFG’ को लेकर काफी चर्चा हो रही है। अभी तक कोविड-19 के ओमिक्रोन वेरिएंट का JN.1 वैरिएंट फैल रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में नए XFG वेरिएंट के कई मामले सामने आ चुके हैं। जानिए क्या है कोविड-19 का नया XFG वेरिएंट और ये कितना खतरनाक है?
इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (Insacog) के मुताबिक भारत में नए XFG के 163 मामले अभी तक सामने आ चुके हैं। जिसमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। जून में कोविड के केसेज में काफी तेजी देखने को मिल रही है।
क्या है कोविड-19 का नया XFG वेरिएंट?
नया XFG वेरिएंट SARS-CoV-2 का सब-वेरिएंट है जो दो स्ट्रेन LF.7 और LP.8.1.2 को मिलकर बना है। शरीर में ये वेरिएंट तब बनता है जब मरीज एक ही समय पर इन दोनों स्ट्रेन से मिलकर इंफेक्टेड होता है। द लैंसेट जर्नल के अनुसार, एक्सएफजी कोविड-19 वेरिएंट के ओमिक्रॉन फैमिली के तहत आता है जो पिछले 2021 के आखिर से दुनियाभर में कोविड का स्ट्रेन रहा है। पहली बार कनाडा में इसके मामले सामने आए थे। ये वायरस शरीर में लंबे समय तक रहता है और आसानी से फैलता है।
कितना खतरानक है कोविड-19 का नया XFG वेरिएंट?
ये दोनों स्ट्रेन LF.7 और LP.8.1.2 कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में कई बदलाव करते हैं। जिसकी वजह से ये आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर करते हैं। ये वेरिएंट लोगों की मजबूत इम्यूनिटी को भी चकमा दे रहा है और शरीर में लंबे समय तक मौजूद रहता है। जिससे इस वेरिएंट के फैलने का जोखिम ज्यादा होता है।
क्या हैं कोविड-19 का नए XFG वेरिएंट के लक्षण?
अभी इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि जो मामले सामने आए हैं उसमें गंभीरता पुराने वेरिएंट से ज्यादा नहीं पाई गई है। ऐसा नहीं है कि जो लोग नए वेरिएंट से संक्रमित हो रहे हैं उनकी स्थिति ज्यादा खराब हो रही है। चूंकि ये नया एक्सएफजी वेरिएंट ओमिक्रोन से बना है इसलिए इसमें भी मरीज को सांस से जुड़ी समस्याएं ही हो रही हैं। इससे बचने के लिए कोवड से जुड़ी सावधानियां जरूर बरतें।