ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन जरूर करें इन मंत्रों का जप, सभी मनोकामनाएं होंगी पूरी

0
chand-81

धर्म { गहरी खोज } : ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन धार्मिक कार्य और ईश्वर की भक्ति करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। साल 2025 में ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि 11 जून को है। इस दिन भक्तों के द्वारा व्रत रखा जाता है और साथ ही दान-पुण्य किया जाता है। वहीं जो भक्त इस दिन व्रत न रख पाएं वो कुछ आसान मंत्रों का जप करने से जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। ये चमत्कारी मंत्र न केवल मानसिक और आत्मिक शांति प्रदान करते हैं बल्कि इनका जप करने से आपकी सभी मनोकामनाएं भी पूरी हो सकती है। आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में।

ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025
हर माह में पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और शिव जी की पूजा करना शुभ माना जाता है। साथ ही इस दिन आप नीचे दिए गए मंत्रों का जप करके भी इन देवी-देवताओं को प्रसन्न कर सकते हैं।

भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए मंत्र

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ नारायणाय नम:
श्री लक्ष्मी नारायण नम:
ऊँ श्री विष्णवे नम:
ऊँ श्री केशवाय नम:
ऊँ श्री विश्वकर्मणे नम:
ऊँ श्री महाबलाय नम:
ऊँ श्री विश्वातमने नम:
ऊँ श्री सिद्ध संकल्पयाय नम:
ऊँ श्री महेन्द्राय नम:
ऊँ श्री गरुडध्वजाय नम:
माता लक्ष्मी को इन मंत्रों से करें प्रसन्न

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्ये नम:
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:
भगवान शिव इन मंत्रों के जप से होंगे प्रसन्न

ॐ नमः शिवाय
ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय
ॐ पशुपतये नम:
ॐ पार्वतीपतये नम:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन इन मंत्रों का जप करने से आपको आत्मबल प्राप्त होता है। इसके साथ ही धन-धान्य, पारिवारिक खुशी और करियर में सफलता के लिए भी ये मंत्र कारगर हैं। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि मंत्रों का जप किसी एकांत स्थान पर बैठकर करें। आप किसी एक मंत्र का जप भी कर सकते हैं। मंत्र की संख्या 11, 108 या फिर 1008 रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *