आतंकवाद का एकमात्र उद्देश्य भय फैलाना और समाज को अस्थिर करना है: नित्यानंद राय

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नई दिल्ली{ गहरी खोज } : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि आतंकवाद का एकमात्र उद्देश्य दुनिया भर में भय फैलाना और समाज को अस्थिर करना है इसलिए इसे निर्णायक रूप से पराजित करना जरूरी है।
श्री राय ने मंगलवार को यहां 23वें राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में कहा कि आतंकवाद वैश्विक शांति, विकास और मानवाधिकारों के लिए सबसे गंभीर खतरा बन गया है। उन्होंने कहा,“ हमारा अनुभव है कि आतंकवाद को पूरी तरह से हराने के लिए हमें केवल सैन्य कार्रवाई से ज्यादा की जरूरत है। इसके लिए वैश्विक सहयोग जरूरी है। देशों को एक साथ आना चाहिए, खुफिया जानकारी साझा करनी चाहिए और आतंकवादियों के इरादों तथा तंत्र का पर्दाफाश करना चाहिए जिससे कि उनके नेटवर्क को प्रभावी ढंग से खत्म किया जा सके।”
आतंकवाद की प्रकृति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह किसी एक देश की भौगोलिक सीमाओं तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा, “ चुनौती राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक है। जो कोई भी किसी भी रूप में आतंकवाद का विरोध करने में विफल रहता है, वह वास्तव में इसमें शामिल है।” उन्होंने कहा कि आतंकवाद को सार्वभौमिक खतरे के रूप में देखने की जरूरत है चाहे वह कहीं भी हो – चाहे वह भारत हो, इज़राइल हो, अमेरिका हो या यूरोप। उन्होंने कहा, “ यदि वैश्विक समुदाय वास्तव में आतंकवाद को हराना चाहता है,तो उसे बिना किसी पूर्वाग्रह या अपवाद के इसके सभी रूपों की पहचान करनी चाहिए और उनका सामना करना चाहिए।”
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए श्री राय ने कहा, “ एक जिम्मेदार लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में भारत वैश्विक आतंकवाद विरोधी प्रयासों में सहयोग करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है – चाहे वह संयुक्त राष्ट्र के ढांचे के तहत हो, द्विपक्षीय संबंधों के माध्यम से हो या अन्य अंतरराष्ट्रीय पहलों के माध्यम से हो।” उन्होंने कहा,“ भारत हमेशा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत भागीदार रहा है और पूरी दृढ़ता के साथ यह भूमिका निभाता रहेगा।”
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने एनएसजी को राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा का मजबूत स्तंभ बताते हुए कहा कि संगठन ने कई मौकों पर देश को गौरवान्वित किया है – चाहे आतंकवाद का मुकाबला करना हो, विमान अपहरण की घटना से निपटना हो या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिकों की सहायता करना हो। उन्होंने कहा कि एनएसजी ने हर चुनौती का अटूट संकल्प के साथ सामना किया है।
इस अवसर पर एनएसजी और राज्य पुलिस बलों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए तथा संगठन की वार्षिक पत्रिका ‘बॉम्बशेल’ का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम में गृह सचिव गोविंद मोहन, एनएसजी के महानिदेशक भृगु श्रीनिवासन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। दो दिवसीय संगोष्ठी वैश्विक और राष्ट्रीय विशेषज्ञों के लिए आतंकवाद विरोधी चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक बहुपक्षीय मंच के रूप में काम करेगी। इस वर्ष की संगोष्ठी का विषय “ आतंकवादी खतरों का मुकाबला करने और आतंकवाद की जटिलताओं को दूर करने के लिए सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देना” है।

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