द्वारका की बहुमंजिला इमारत में आग लगने से पिता और दो बच्चों की मौत

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली के द्वारका इलाके में मंगलवार सुबह एक रिहायशी इमारत की आठवीं और नौवीं मंजिल पर लगी आग से बचने के लिए एक शख्स और उसके दो बच्चे इमारत से कूद गए जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, दो बच्चे (10 से 12 साल की उम्र का एक लड़का और एक लड़की) खुद को बचाने के लिए आठवीं मंजिल की बालकनी से कूद गए। घायल अवस्था में उन्हें आकाश अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बाद में उनके पिता यश यादव (35) ने भी उसी बालकनी से छलांग लगा दी। उन्हें आईजीआई अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि यादव की पत्नी और भतीजी को भी घायल अवस्था में आकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यादव का फ्लेक्स बोर्ड का कारोबार था। यह परिवार इमारत की ऊपरी दो मंजिलों पर डुप्लेक्स में रहता है।
इस घटना के दृश्यों में सेक्टर 13 स्थित ‘सपथ सोसाइटी’ की इमारत से आग की लपटें और घना धुआं निकलता हुआ दिखाई दे रहा है जबकि नीचे लोग अपनी-अपनी बालकनी में हैं और मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि आग एमआरवी स्कूल के पास स्थित हाउसिंग अपार्टमेंट की आठवीं और नौवीं मंजिल पर लगी। दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, विभाग को सुबह 10:01 बजे आग लगने की सूचना मिली। शुरू में दमकल की आठ गाड़ियां मौके पर भेजी गई थी, लेकिन आग की भीषण स्थिति स्पष्ट होने पर दमकल की और गाड़ियां घटनास्थल भेजी गईं। आग को काफी दूर से देखा जा सकता था। मौके पर मौजूद एक अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि ऊपरी मंजिलों से काला धुआं निकल रहा था और सातवीं मंजिल के फ्लैट से लपटें निकल रही थीं। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में राहगीरों को अपने मोबाइल फोन पर आग की तस्वीरें लेते हुए देखा जा सकता है।
एक महिला द्वारा पास की इमारत से रिकॉर्ड किए गए वीडियो में एक आवाज़ सुनाई दे रही है, जिसमें कहा गया है, “भगवान उनकी मदद करें!” एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “सोसाइटी के सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है, तथा बिजली और पीएनजी कनेक्शन जैसी सभी आवश्यक सेवाएं बंद कर दी गई हैं।” उन्होंने कहा कि दिल्ली विकास प्राधिकरण और दिल्ली नगर निगम को इमारत की संरचनात्मक स्थिरता का आकलन करने के लिए सूचित कर दिया गया है। जो लोग इमारत से बाहर निकल पाए, उन्होंने अंदर फंसे लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। छठी मंजिल पर मौजूद लोगों को खिड़कियां तोड़ते देखा गया। जो लोग निचली मंजिलों पर थे, वे जल्दी बाहर निकलने में कामयाब रहे। लेकिन जो लोग ऊपर थे, उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया, “हमने देखा कि कुछ लोग बालकनी पर चढ़कर मदद के लिए संकेत देने की कोशिश कर रहे थे।” आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। आग बुझाने का काम अब भी जारी है और घटनास्थल पर एक दर्जन से अधिक दमकल गाड़ियां तैनात हैं।