मिथुन संक्रांति के दिन इन चीजों का करें दान, खुशहाल रहेगी जिंदगी!

धर्म { गहरी खोज } : मिथुन संक्रांति का हिंदू धर्म और ज्योतिष में विशेष महत्व है, क्योंकि यह सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में गोचर को दर्शाता है। यह संक्रांति तब होती है जब ग्रहों के राजा सूर्य, वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करते हैं। इस साल मिथुन संक्रांति 15 जून 2025, रविवार को है। इस दिन सूर्यदेव वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। संक्रांति का दिन दान-पुण्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, और इस दिन किए गए दान का विशेष फल मिलता है।
सूर्य को आत्मा, पिता, मान-सम्मान, ऊर्जा, नेतृत्व और स्वास्थ्य का कारक माना जाता है। उनका एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना सभी 12 राशियों पर गहरा प्रभाव डालता है। मिथुन राशि में सूर्य का प्रवेश व्यक्ति की बुद्धि, जीवन, और क्षमता को प्रभावित करता है, क्योंकि मिथुन राशि का स्वामी बुध है, जो बुद्धि और वाणी का ग्रह है। इस समय मिथुन राशि में सूर्य, बुध और गुरु (बृहस्पति) का त्रिग्रही योग बन रहा है। विशेष रूप से सूर्य और गुरु की युति से गुरु आदित्य राजयोग का निर्माण होता है, जो अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। यह योग ज्ञान, धन, पद-प्रतिष्ठा और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि करता है।
इन चीजों का करें दान
वस्त्र: बुध ग्रह का संबंध हरे रंग से है, और सूर्यदेव को पीला रंग प्रिय है। मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं, इसलिए हरे रंग के वस्त्र दान करना अत्यंत शुभ होता है। यह आपके जीवन में शांति, सद्भाव और आर्थिक स्थिरता लाता है।
अन्न का दान: संक्रांति के दिन अन्न दान को महादान माना जाता है। इससे घर में अन्न-धन की कमी नहीं होती, खुशहाली बनी रहती है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
जल का दान: गर्मी के मौसम में जल दान परम पुण्य का कार्य है। यह पितरों को शांति प्रदान करता है और आपको मानसिक शांति व सुख देता है।
हरी मूंग दाल: हरी मूंग दाल बुध ग्रह से संबंधित है। यह बुध ग्रह को मजबूत करता है, जिससे बुद्धि, वाणी और व्यापार में लाभ होता है।
मिश्री, चीनी या गुड़: मीठी चीजें दान करना शुभता और प्रसन्नता का प्रतीक है। ब्राह्मणों, बच्चों या मंदिर में मिश्री, चीनी, या गुड़ का दान करें। यह आपके जीवन में मिठास और खुशियां लाता है।
तांबे के बर्तन या तांबे की कोई वस्तु: तांबा सूर्य देव की प्रिय धातु है। किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को तांबे का बर्तन, तांबे का कोई छोटा सामान या तांबे का सिक्का दान करें। यह सूर्य देव को प्रसन्न करता है, जिससे मान-सम्मान, स्वास्थ्य और ऊर्जा में वृद्धि होती है।
गौ माता को चारा/हरी घास: गाय को चारा खिलाना बहुत पुण्यकारी माना जाता है, क्योंकि गाय में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। हरे चारे का संबंध बुध से भी है। इससे सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन में खुशहाली आती है।
मिथुन संक्रांति के दिन दान करने से पहले सूर्योदय के समय सूर्यदेव को जल में लाल चंदन और फूल मिलाकर अर्घ्य दें। उसके लोगों को दान दें। मिथुन संक्रांति के दिन इन चीजों का दान करने से सूर्यदेव और बुध देव प्रसन्न होते हैं, जिससे आपके जीवन में सुख, शांति, समृद्धि, बुद्धि और खुशहाली बनी रहती है।