मजबूत सरकार भी बड़ी उपलब्धि है

सुनील दास
संपादकीय { गहरी खोज } : पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल का एक साल पूरा हो गया है। इस एक साल के दौरान मोदी सरकार की कई उपलब्धियां रही है। ऐसी ऐसी उपलब्धि हैं कि उस पर भाजपा नेताओं को जितना गर्व होता है,वहीं कांग्रेस सहित विपक्षी दलों को उतना ही बुरा लगता है कि कमजोर सरकार, दो दलों की बैशाखी पर चल रही सरकार ऐसा कैसे कर सकती है।कांग्रेस सहित विपक्षी दल तो जब एनडीए की सरकार की बनी और पीएम मोदी तीसरी बार पीएम बने तो यह कहते थे कि यह तो कमजोर सरकार है,यह तो छह माह से ज्यादा नहीं चलने वाली है. इस सरकार तो नीतीश कुमार व चंद्रबाबू कभी भी गिरा देंगे।छह माह बाद तो देश में विपक्ष की सरकार बनने वाली है।
ऐसा नहीं है कि विपक्ष ने अपनी सरकार बनाने के लिए प्रयास नहीं किए। छह माह में कई बार प्रयास किए। संसद के भीतर प्रयास किए, संसद के बाहर प्रयास किए। उनको नीतीश कुमार से बडी़ उम्मीद थी, क्योंकि नीतीश कुमार के बारे में आम धारणा थी कि वह तो कभी भी किसी कारण से पलटी मार सकते हैं।नीतीश कुमार ने कोई पलटी नहीं मारी। नीतीश कुमार व चंद्रबाबू को मुसलमान वोट के नाम पर डराने का काम किया गया। विपक्ष उम्मीद कर रहा था कि जब वक्फ बिल संसद में पेश किया जाएगा तब मोदी सरकार से नीतीश कुमार व चंद्रबाबू नायडू भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लेगें, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। वक्फ बिल पर भी नीतीश कुमार व चंद्रबाबू नायडू भाजपा के साथ बने रहे।
कई लोग कह रहे थे कि पीएम मोदी को मजबूत सरकार चलाने का अनुभव है, वह साझा व कमजोर नहीं चला पाएंगे, वह नीतीश कुमार व चंद्रबाबू नायडू को संतुष्ट नहीं कर पाएंगे।पीेएम मोदी जैसे मजबूत सरकार चलाते थे, वैसे ही उन्होंने साझा सरकार भी चलाकर दिखाई है। नीतीश व चंद्रबाबू नायडू को शिकायत को कोई मौका नहीं दिया है। दोनों अपने राज्य के लिए जितना सहयोग चाहते थे, पीएम मोदी ने उससे ज्यादा सहयोग उनका किया है। विपक्ष जिसे कमजोर सरकार कहता था पीएम मोदी ने उसे एक साल मजबूत सरकार बना दिया है।आज एक साल विपक्ष का कोई नेता नहीं कह रहा है कि यह कमजोर सरकार है,यह तो हम कभी भी गिरा देंगे।
पीएम मोदी की यह काबिलियत है कि उन्होंने कमजोर सरकार को एक साल में मजबूत सरकार बना दिया है।इतनी मजबूत सरकार बना दिया है कि वह बड़े और कड़े फैसले ले रही है और सारे सहयोगी दल उसके साथ बने हुए हैं।वक्फ बिल लाना ऐसा ही बड़ा और कड़ा फैसला है।कई लोग मान कर चल रहे थे कि वक्फ बिल को मोदी सरकार पास नहीं करा पाएगी लेकिन वह पीएम मोदी ने पास करा लिया है।कानून बन गया है। विपक्ष उसे सुप्रीम कोर्ट में ले गया, सुप्रीम कोर्ट का इस पर फैसल आना बाकी है।उम्मीद की जा रही है कि फैसला मोदी सरकार के पक्ष में ही आएगा। ऐसा होता है तो यह मोदी सरकार की एक और उपलब्धि होगी।
पीएम मोदी ने कमजोर सरकार को मजबूत सरकार बना दिया। यही वजह है कि वह पहलगाम घटना के विरोध में वह आपरेशन सिंदूर चलाने का फैसला कर सकी और पाकिस्तान के भीतर नौ आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किया. पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की तो उसे और बड़ी जवाबी कार्रवाई कर बता दिया कि आज भारत के सामने पाकिस्तान की कोई हैसियत नहीं है। वह कुछ दिनों में पाकिस्तान को घुटनों पर ला सकता है। इससे पहलेे देश में कई सरकारे हुई, लेकिन किसी सरकार ने पाकिस्तान के भीतर आतंकियों की ठिकानों पर हमला नहीं किया। मोदी की सरकार ने ऐसा किया और फिर साबित किया कि मोदी की सरकार मजबूत सरकार है तथा वह बड़े फैसले आसानी से कर सकती है।