लक्ष्मण सिंह पर कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई, क्या दिग्विजय के भाई को पार्टी से निकाला जाएगा?

भोपाल { गहरी खोज } :मध्य प्रदेश की राजनीति एक बार फिर हलचल में है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के बयानों ने पार्टी में भूचाल ला दिया है। अनुशासन समिति ने लक्ष्मण सिंह के हालिया विवादास्पद बयानों को अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें सात वर्षों के लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित करने की सिफारिश की है। इस कदम ने न केवल कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी को उजागर किया है, बल्कि मध्य प्रदेश की सियासत में नए समीकरणों की अटकलों को भी हवा दी है।25 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद राघौगढ़ में आयोजित शोकसभा में लक्ष्मण सिंह ने जो बयान दिए, उन्होंने कांग्रेस आलाकमान की भौंहें चढ़ा दीं। उन्होंने न केवल विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की आलोचना की, बल्कि रॉबर्ट वाड्रा और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी सीधा हमला बोला।लक्ष्मण सिंह, जो मध्य प्रदेश के राघौगढ़ रियासत से ताल्लुक रखते हैं और पूर्व सांसद व विधायक रह चुके हैं, लंबे समय से अपनी बयानबाजी के लिए चर्चा में रहे हैं। हाल ही में, 25 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद राघौगढ़ में आयोजित एक शोक सभा में लक्ष्मण सिंह ने विवादास्पद टिप्पणियां की थीं।