नीट 2020 फर्जीवाड़ा: डमी कैंडिडेट से दिलवाया एम्स में दाखिला, दो गिरफ्तार, एक रिमांड पर

जयपुर { गहरी खोज }: जयपुर पुलिस ने 2020 की नीट यूजी परीक्षा में फर्जीवाड़े के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में सचिन गोरा नामक छात्र ने अपने स्थान पर डमी उम्मीदवार अजीत गोरा को परीक्षा में बैठाया था, जिसने 667 अंक प्राप्त किए और इसी के आधार पर एम्स जोधपुर में एमबीबीएस में प्रवेश लिया। जांच में सामने आया कि इस फर्जीवाड़े के पीछे सुभाष सैनी नामक व्यक्ति का हाथ था, जो वर्तमान में घाटवा में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के पद पर कार्यरत है। सैनी ने अजीत गोरा को डमी उम्मीदवार के रूप में परीक्षा में बैठाया और इसके बदले में 60 लाख रुपये की डील हुई थी।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि इस मामले में सचिन गोरा और अजीत गोरा को गिरफ्तार किया गया है। सचिन गोरा वर्तमान में एम्स जोधपुर में एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है, जबकि अजीत गोरा श्री जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज भरतपुर से एमबीबीएस करने के बाद इंटर्नशिप कर रहा है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा संख्या 318/2025 दर्ज किया है, जिसमें आईपीसी की धाराएं 419, 420, 467, 468, 471, 120बी और राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों का प्रयोग) अधिनियम 1992 की धाराएं शामिल हैं। जांच के दौरान एनटीए और संबंधित मेडिकल कॉलेजों से आवश्यक रिकॉर्ड भी मांगा गया है।