ब्रिक्स देशों ने की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण प्रगति : बिरला

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BRASILIA, JUNE 5 (UNI):- Lok Sabha Speaker Om Birla at the Opening Ceremony of 11th BRICS Parliamentary Forum, in Brasilia, Brazil on Thursday. UNI PHOTO-11F

ब्राजीलिया{ गहरी खोज }: : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद ब्रिक्स देशों ने आर्थिक विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
श्री बिरला ने ब्रिक्स संसदीय मंच के दूसरे कार्य सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “ भारत ऐसी निष्पक्ष और विधिसम्मत वैश्विक व्यापार प्रणाली का समर्थन करता है, जो ग्लोबल साउथ की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पर्याप्त रूप से मुखरित करती हो।”
उन्होंने कहा कि भारत ब्रिक्स संसदीय मंच को एक महत्वपूर्ण मंच मानता है, जहाँ हम साझे प्रयासों और परस्पर संवाद के माध्यम से आर्थिक विकास की रूपरेखा को पुनःपरिभाषित कर सकते हैं। यह मंच आपसी सहयोग, एकजुटता और हमारे नागरिकों के कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।
उन्होंने कहा, “ वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, ब्रिक्स देशों ने आर्थिक विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। भारत का मानना है कि इसे और मजबूत करने के लिए, हमें ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार, निवेश और वित्तीय सहयोग को बढ़ाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “ हम ब्रिक्स ग्रुप के विस्तार का स्वागत करते हैं। इससे हमारा परस्पर सहयोग और अधिक समावेशी और प्रभावशाली होगा। ”
श्री बिरला ने कहा कि पिछले दशक में भारत की आर्थिक प्रगति उल्लेखनीय रही है। विश्वव्यापी अनिश्चितताओं और घरेलू चुनौतियों के बावजूद, भारत ने लगातार वैश्विक औसत विकास से बेहतर कार्यप्रदर्शन किया है। वर्ष 2014 में 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से प्रगति करते हुये आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना भारत की ठोस नीतियों और भारतवासियों के दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। 2014-15 से 2024-25 तक, भारत की जीडीपी औसतन सात प्रतिशत से अधिक दर से बढ़ी है, जिससे यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गयी है। भारत न केवल दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे जीवंत लोकतंत्र है, बल्कि स्थिर शासन, सुदृढ़ संवैधानिक संस्थाओं, विधि के शासन, पारदर्शी और जवाबदेह कर प्रणाली और निर्णायक नेतृत्व वाला देश भी है, जिसमें पूरी दुनिया के निवेशकों ने विश्वास
व्यक्त किया है। ”
उन्होंने कहा, “ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में जल, ऊर्जा, सड़क और रेल संपर्क, बंदरगाहों, हवाई अड्डों, औद्योगिक कॉरिडॉर और लॉजिस्टिक्स हब जैसी बुनियादी सुविधाओं-में अभूतपूर्व प्रगति हुई है जिससे भारत में नयी ऊर्जा
का संचार हुआ है।”
श्री बिरला ने कहा कि आज, भारत दुनिया की फार्मेसी के रूप में सुस्थापित है और पूरी दुनिया में हर तीन दवाओं में से एक भारत से आती है। इसके अलावा, भारत आईटी सेवाओं में अग्रणी है, यहां तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और इसके साथ ही मोबाइल फोन निर्माण, डिजिटल भुगतान, स्पेस टेक्नॉलॉजी और नवीकरणीय ऊर्जा में हम सबसे आगे है।”
श्री बिरला ने यह भी कहा, “ हमें इस बात की चिंता है कि अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व अपर्याप्त है। यह असंतुलन वैश्विक समानता और संतुलित विकास में बाधा उत्पन्न करता है। इसलिए, ब्रिक्स देशों को सामूहिक रूप से ऐसी संस्थाओं में ग्लोबल साउथ की भागीदारी बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास करने चाहिए।”
उन्होंने कहा, “ कोविड-19 महामारी जैसे वैश्विक संकटों ने ग्लोबल साउथ को अधिक प्रभावित किया है। स्वास्थ्य, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियाँ और भी बढ़ गयी हैं। ठोस और समन्वित कार्रवाई के बिना, सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करना कठिन होगा।”
पाकिस्तान अपने क्षेत्र से संचालित आतंकवादी ढांचे के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में विफल रहा है: लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, “ जम्मू और कश्मीर में हाल ही में आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की बेरहमी से हत्या कर दी गयी। इस घटना ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व की अंतरात्मा को झकझोर दिया है।”
उन्होंने कहा, “ पाकिस्तान अपने क्षेत्र से संचालित आतंकवादी ढांचे के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में विफल रहा है।
भारत ने भविष्य में इस तरह के हमलों को रोकने और अपनी रक्षा करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया।
उन्होंने कहा कि आपरेशन सिंदूर के तहत कार्रनाई संयत रूप से किसी को उकसाए बिना आनुपातिक रूप से और जिम्मेदाराना ढंग से की गयी। इसका एकमात्र उद्देश्य आतंकवादी ढांचे को नष्ट करना और आतंकवादियों को बेअसर करना था। भारत सभी प्रकार के आतंकवाद के मामले में ज़ीरो टॉलरेंस रखते हुये इस नीति के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्ध है और हर आतंकवादी हमले का कड़ा जवाब देता है।

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