देश नहीं हारा, फौज नहीं हारी, फिर क्यों डरी सरकार हमारी: अशोक गहलोत

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जयपुर{ गहरी खोज }: पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की ओर से किए गए ऑपरेशन सिंदूर और 4 दिन बाद अचानक सीज फायर करने को लेकर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को समझना चाहिए कि देश के मन में जो सवाल है वही नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पूछ रहे हैं- देश नहीं हारा, फौज नहीं हारी, फिर क्यों डरी सरकार हमारी। आखिर ट्रम्प बार-बार कैसे भारत पर दबाव डालकर सीज़फायर की बात कर रहे हैं?
गहलोत ने एक्स हैंडल पर लिखा कि राहुल गांधी लगातार देशवासियों के आक्रोश को सरकार के सामने रख रहे हैं कि जब ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना लगातार पाकिस्तान के ऊपर बढ़त ले रही थी तब ट्रम्प के दबाव में आकर सीजफायर क्यों किया गया।
पहलगाम हमले के बाद देशवासियों में गुस्सा था जिसके अनुरूप सेना ने आतंकियों एवं उनके पनाहगार देश पाकिस्तान पर कार्रवाई शुरू की। पूरा विपक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में सरकार के साथ था एवं देश एकजुट होकर तैयार था कि इस बार आतंकवाद को पूरी तरह नेस्तनाबूत करने के लिए सेना काम कर रही है। परन्तु ट्रम्प के सीजफायर वाले ट्वीट के कुछ मिनट्स बाद ही भारत सरकार ने सीजफायर का ऐलान कर दिया। इससे पूरे देश में सरकार के प्रति नकारात्मक संदेश गया।
गहलोत ने कहा कि अब भी देश की जनता के मन में ये सवाल हैं जिनके जवाब भाजपा सरकार को देने चाहिए। जैसे पहलगाम में 26 निर्दोष भारतीयों की उनकी पत्नी एवं बच्चों के सामने हत्या करने वाले आतंकवादी अभी तक क्यों नहीं पकड़े गए? सुरक्षा में चूक की जांच कहां तक पहुंची एवं जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई हुई ? भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर किन शर्तों पर हुआ? यदि ट्रम्प के कहने पर सीजफायर नहीं हुआ तो प्रधानमंत्री स्पष्ट क्यों नहीं कहते कि ट्रम्प गलतबयानी कर रहे हैं? इन बातों को लेकर ही जनता में आक्रोश है।

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