शिवकुमार को बर्खास्त करें सिद्दारमैया: कुमारस्वामी

नयी दिल्ली { गहरी खोज }: केंद्रीय मंत्री एवं कर्नाटक प्रदेश जनता दल (सेक्युलर) के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ से हुई मौतों को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले प्रशासन पर निशाना साधा है और इसके लिए उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है।
श्री कुमारस्वामी ने इस त्रासदी को ‘एक निर्दयी और आत्म-मुग्ध सरकार की परिभाषित छवि’ बताया है। उन्होंने आरसीबी के खिलाड़ियों के सम्मान के लिए आयोजित कार्यक्रम में 11 लोगों की मौत के लिए उपमुख्यमंत्री शिवकुमार को जिम्मेदार ठहराया और उन पर गलत निर्णय तथा व्यक्तिगत महिमामंडन के प्रति इस खतरनाक जुनून का आरोप लगाया।
उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से श्री शिवकुमार को कैबिनेट से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने बुधवार देर रात राष्ट्रीय राजधानी में अपने सरकारी आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए राज्य के शीर्ष नेतृत्व की निंदा करते हुए कहा कि वह “अहंकारी” हैं और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार पर पूरी तरह से नियंत्रण खो दिया है।
श्री कुमारस्वामी ने कहा, “मुख्यमंत्री निष्क्रिय हैं, गृह मंत्री कठपुतली हैं और उपमुख्यमंत्री बेलगाम हैं।” उन्होंने जल्दबाजी में दो समानांतर समारोहों का आयोजन किये जाने को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और पहला विधान सौधा के पास और दूसरा स्टेडियम में इस तरह के कार्यक्रम जल्दबाजी में आयोजित किये जाने के पीछे क्या मकसद है। उन्होंने कहा, “टीम ने मंगलवार रात को आईपीएल जीता। अगली सुबह सम्मान समारोह के लिए इतनी भीड़ क्यों थी। हवाई अड्डा पर टीम का स्वागत किसने किया। केवल श्री शिवकुमार और उनके वफादारों ने। क्या यह श्री शिवकुमार आरसीबी टीम थी।” उन्होंने भीड़ की इस तरह की बढ़ोतरी के लिए सरकार के समन्वय और सुरक्षा व्यवस्था की कमी को जिम्मेदार ठहराया।
श्री कुमारस्वामी ने कहा, “अगर उचित तैयारी के साथ एक भी सुनियोजित कार्यक्रम होता, तो इस आपदा से बचा जा सकता था। यह एक पीआर सर्कस था जिसका उद्देश्य एक व्यक्ति का महिमामंडन करना था और प्रशंसकों को इसकी कीमत चुकानी पड़ी।” घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री में “थोड़ी भी जवाबदेही है” तो उन्हें अपने उपमुख्यमंत्री को बर्खास्त करके इसकी शुरुआत करनी चाहिए।