कर्नाटक में भगदड़ में मरने वालों का शव उनके घर पहुंचा, परिजनों का बुरा हाल

बेंगलुरु { गहरी खोज } :कर्नाटक में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों का शव गुरुवार को उनके घर पहुंचा गया। इस घटना में चिक्कबल्लापुर जिले के युवक प्रज्वल, कुरुताहल्ली गांव के श्रवण और यादगीर के रहने वाले युवक का शव उनके गांव पहुंच गया। इन युवकों का शव देखकर परिजनों और गांव वालों का बुरा हाल है। प्रज्वल चिंतामणि तालुक के गोपाल्ली गांव का रहने वाला था, जिसकी उम्र महज 25 साल थी। प्रज्वल का अंतिम संस्कार गुरुवार को गोपाल्ली गांव में किया जाएगा।
वहीं,डेंटल छात्र श्रवण का शव कुरुताहल्ली गांव पहुंचा। मृतक की मां और दादी सहित परिवार के सदस्य सदमे में हैं। बेंगलुरु में श्रवण अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में डेंटल का छात्र था।
यादगीर के रहने वाले युवक की भी इस भगदड़ में मौत हो गई। युवक का शव उसके घर पहुंचा दिया गया। इस दौरान उसकी दादी का रोकर बुरा हाल है।
उल्लेखनीय है कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल खिताबी जीत का जश्न बुधवार को त्रासदी में तब्दील हो गया, जब यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोग मारे गए जबकि 33 अन्य घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई जब प्रशंसक आरसीबी टीम द्वारा आईपीएल 2025 ट्रॉफी उठाने के जश्न में शामिल होने जा रहे थे।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बॉरिंग अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपए की मदद देने और घायलों का सरकार की तरफ से मुफ्त इलाज कराने की घोषणा की है। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दो लोगों के शव बॉरिंग अस्पताल में और चार अन्य के वैदेही अस्पताल में हैं। छह लोगों का वैदेही अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा है और तीन को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
कर्नाटक सरकार ने बुधवार को हुई भगदड़ दुर्घटना की जांच के लिए बेंगलुरु शहरी डीसी को नियुक्त किया है। कर्नाटक सरकार ने इससे पहले सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए विधानसभा से चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम तक विजय परेड रद्द कर दी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त किया।