आयुष दवाओं के अनुसंधान के लिए AIIMS भोपाल द्वारा विकसित किया जाएगा MP का सबसे बड़ा हर्बल गार्डन

भोपाल{ गहरी खोज }: भोपाल अपने परिसर में नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर और कैंसर के उपचार के लिए आयुष दवाओं के अनुसंधान के लिए हर्बल गार्डन विकसित करेगा। एम्स, भोपाल के अनुसार, यदि एलोपैथी दवाओं के प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए आयुष दवाओं से रिकवरी तेजी से और प्रभावी होती है, तो ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है, क्योंकि इसका पूरा उद्देश्य रोगियों को ठीक करना है। एम्स का आयुष विभाग इस दिशा में अनुसंधान को बढ़ावा देगा। एम्स, भोपाल पहले ही सहजन और कुछ जड़ी-बूटियों पर अनुसंधान कर चुका है। पतंजलि आयुर्वेद के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले एम्स के निदेशक डॉ। अजय सिंह ने कहा, “भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मानकों के अनुसार, एलोपैथी, आयुष विभाग की दवाएं रोगियों को दी जाती हैं।