2027 में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे! फिर तेजी से होगा अयोध्या का विकास : अवधेश प्रसाद

New Delhi: Samajwadi Party MPs Akhilesh Yadav, Awadhesh Prasad and others during the Monsoon session of Parliament, in New Delhi, Wednesday, July 31, 2024. (PTI Photo/Kamal Singh)(PTI07_31_2024_000101A)
अयोध्या{ गहरी खोज }: समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने संकेत दिए हैं कि 2027 में यूपी में सत्ता परिवर्तन होगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश की कमान संभालेंगे और फिर उस सरकार में अयोध्या का चहुमुखी विकास किया जाएगा।
सपा सांसद अवधेश प्रसाद बुधवार को अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर हनुमानगढ़ी और राम जन्मभूमि पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की।
समाचार एजेंसी सपा सांसद ने कहा कि अयोध्या के विकास के लिए हम लोग प्रयासरत हैं। साल 2027 में जब प्रदेश में हमारी सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बनेंगे तो अयोध्या का विकास तेजी से होगा। अयोध्या का विकास समाजवादी पार्टी की सरकार में इस स्तर पर किया जाएगा कि इसकी गूंज विश्व भर में जाएगी। देशभर में अयोध्या मशहूर है। लेकिन, इसके विकास कार्य की वजह से दुनिया में इसका नाम होगा। किसी स्थान पर अब तक इतना विकास कार्य नहीं हुआ होगा, जितना हमारी सरकार में अयोध्या का किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राम दरबार की प्राथमिकता राम के मूल्यों और सम्मान को लेकर लोगों की अपेक्षाओं पर पूरी तरह खरा उतरना है। हमने एकता को मजबूत करने, जहां कहीं भी अन्याय है, उसके खिलाफ लड़ने और गरीबों और असहायों का साथ देने का काम किया है। यह जिला देश और दुनिया में बहुत सम्मान रखता है और हम इसकी गरिमा को बनाए रखने और विकसित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी के 11 वर्ष के कार्यकाल पर सपा सांसद ने कहा कि देश और प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के डबल इंजन की सरकार को देख चुकी है। आज देश में करोड़ों युवा बेरोजगार हैं, उनके पास रोजगार का जरिया नहीं है। युवाओं को अपनी डिग्री जलाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। आत्महत्या की घटनाएं हो रही हैं जो देश के लिए अच्छी बात नहीं है। पीएम मोदी कहते हैं कि हर साल दो करोड़ नौकरी दिए जाएंगे। 11 साल पीएम मोदी की सरकार को हुए तो 22 करोड़ युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए था। लेकिन, रोजगार नहीं मिला। इनकी सरकार में किसानों की हालत खराब है। आय दोगुनी नहीं हुई। जनता ने केंद्र के 11 साल के कार्यकाल को देखा और अच्छे से समझ भी लिया है।