लंबे समय तक बैठे रहना स्मोकिंग जितना खतरनाक, 19 बीमारियां होने का भी रिस्क

0
untitled-design-2025-06-03t122449.804

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: अगर आप घंटों एक ही जगह पर बैठकर काम करते हैं और किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज नहीं करते हैं तो यह खतरनाक हो सकता है। ये शरीर के लिए स्मोकिंग जितना नुकसानदायक है और कई बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में पता चला है कि जो लोग घंटों बैठे रहते हैं और फिजिकल वर्क नहीं करते हैं तो उनमें डायबिटीज समेत 19 बीमारियों का खतरा रहता है, जबकि जो लोग सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की कोई भी शारीरिक गतिविधि करते हैं, उनमें 19 पुरानी बीमारियों का जोखिम कम होता है।

आयोवा विश्वविद्यालय की रिसर्च में यह जानकारी सामने आई है। यह अध्ययन 7,000 से अधिक रोगियों के डेटा पर आधारित था, जिन्होंने अपनी शारीरिक गतिविधि के स्तर की जानकारी दी थी। जो लोग घंटों बैठकर काम करते थे। उनके शरीर में स्मोकिंग जैसे प्रभाव देखे गए थे। ये लोग टाइप-2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज, कैंसर, हाई बीपी, मोटापा, जोड़ों में दर्द, मानसिक तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी, इंसुलिन रजिस्टेंस, जोड़ों में अकड़न , रीढ़ की समस्याएं, हाई कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर, किडनी डिजीज और कमजोरी से पीड़ित थे। इनमें किसी न किसी को इनमें से कोई एक समस्या थी। जबकि जो लोग एक्सरसाइज करते थे और घंटों एक ही जगह बैठकर काम नहीं करते थे उनमें इन बीमारियों का खतर काफी कम था।

लोगों को एक्सरसाइज के फायदों के बारे में बताना चाहिए
रिसर्च यह भी सुझाव दिया गया कि डॉक्टरों को लोगों को एक्सरसाइज के फायदों के बारे में बताना चाहिए।निष्क्रिय जीवनशैली के प्रभावों को कम करने के लिए नियमित रूप से हल्की गतिविधियाँ, जैसे हर घंटे 5 मिनट चलना या स्ट्रेचिंग करना, सहायक हो सकता है। रिसर्च में कहा गया है कि अगर कोई घंटों एक जगह पर बैठता भी है तो ऐसा करने से बचना चाहिए। बीच-बीच में ब्रेक लेकर टहलना और स्ट्रेचिंग काफी जरूरी है।

एक्सरसाइज दवा जितनी फायदेमंद
अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन का कहना है कि बीमारियों से बचने के लिए एक्सरसाइज जरूरी है। उनका कहना है किव्यायाम ही दवा है। अगर डेस्क जॉब भी करते हैं तोहर घंटे में कम से कम 5 मिनट का ब्रेक लें और चलें या स्ट्रेचिंग करें। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट एक्सरसाइज करें, जैसे तेज चलना, साइक्लिंग या योग भी कर सकते हैं।ऑफिस में बैठने के दौरान सही मुद्रा अपनाएं और संभव हो तो स्टैंडिंग डेस्क का उपयोग करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *