प्रधानमंत्री मोदी ने बनास को हमेशा एक नई राह दिखाई है : शंकरभाई चौधरी

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गांधीनगर { गहरी खोज } : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जहां पानी की समस्या से जूझ रहे देश के डार्क जोन वाले जिलों को बाहर निकालने की जिम्मेदारी का उठायी है, वहीं गुजरात के बनासकांठा जिले को सबसे पहले चुना गया है।
उन्होंने कहा कि खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में ही रहे इस हेतु बनास डेयरी ने साहसिक कदम उठाया है। बनास डेयरी जिले में 25,000 रिचार्ज कुओं का निर्माण करेगी, जिसमें 50 प्रतिशत सहायता बनास डेयरी द्वारा किसानों को दी जाएगी। हमें अधिक से अधिक जल को धरती में संग्रहित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें आगामी 4 वर्षों तक यह अभियान चलाना चाहिए तथा आगामी 10 वर्षों के लिए योजना बनाकर उसके अनुसार काम करना चाहिए। बनासकांठा को हरा-भरा बनाने के लिए बनास डेयरी द्वारा पहाड़ों पर सीड बॉल फेंककर पहाड़ों को हरा-भरा बनाने का काम किया है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के संबंध में भी बात की।
राष्ट्रीय जल मिशन की मिशन निदेशक (एमडी) सुश्री अर्चना वर्मा ने उपस्थित लोगों को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी और बनासकांठा जिला कलेक्टर श्री मिहिर पटेल ने प्रारंभिक शाब्दिक स्वागत किया।
इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री बलवंतसिंह राजपूत, गृह राज्य मंत्री श्री हर्ष संघवी, सांसद श्री भरतभाई डाभी, श्री बाबूभाई देसाई, सभी विधायक श्री अनिकेतभाई ठाकर, श्री केशाजी चौहान, श्री स्वरूपजी ठाकोर, श्री मावजीभाई देसाई, जल शक्ति एमडी श्री अर्चना वर्मा, जिला कलेक्टर श्री मिहिर पटेल, जिला विकास अधिकारी श्री एम.जे. दवे, बनास बैंक के अध्यक्ष श्री डाह्याभाई पिलियातर, बनास मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष श्री पी.जे. चौधरी, पूर्व गृहमंत्री श्री हरिभाई चौधरी, पूर्व सांसद श्री परबतभाई पटेल, श्री दिनेशभाई अनावडिया सहित विभिन्न अधिकारी, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे ।

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