डार्क जोन की समस्या को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में काम शुरू किया गया है : सी.आर. पाटिल

गांधीनगर { गहरी खोज } : बनासकांठा में पशुओं की संख्या सबसे अधिक है। इन पशुओं और जीवन सृष्टि के लिए जल महत्वपूर्ण परिबल है। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि देश के केवल 4% ही पीने का पानी उपलब्ध है। देश में पानी की बात करें तो 700 में से 150 जिले डार्क जोन में आते हैं, जिनमें उत्तर गुजरात का सबसे बड़ा जिला बनासकांठा भी शामिल है, जो कि डार्क जोन में है।
उन्होंने कहा कि बनासकांठा जिले को डार्क जोन से बाहर निकालने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले एक वर्ष से काम चल रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में जल संरक्षण के लिए देशभर में अमृत सरोवर, नर्मदा योजना, सौनी योजना आदि योजनाओं के माध्यम से निरंतर कार्य किया जा रहा है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल जी कहते थे कि नदियों को जोड़ा जाना चाहिए। श्री अटल जी के सपने को देश के प्रधानमंत्री पूरा कर रहे हैं। नर्मदा, साबरमती और कच्छ नदियों को जोड़ने का काम चल रहा है। इसके साथ ही राजस्थान और मध्य प्रदेश की तीन नदियों को जोड़ने के लिए 77 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने के लिए, पानी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए बांध बनाने के बजाय, “कैच द रेन” योजना के अंतर्गत वर्षा जल को संग्रह करने और इसे भूजल में पुनः संग्रहीत करने की तत्काल आवश्यकता है।