कांग्रेस आलोचना करने में ही उलझी रहे

सुनील दास
संपादकीय { गहरी खोज }: राजनीति में सफल वही माना जाता है जिसे मालूम रहता है कि स्टेप बाई स्टेप उसे क्या करना है, सिर्फ करना ही काफी नहीं होता है,करने में सौ प्रतिशत सफल भी होना है, इसका भी ख्याल रखना होता है। सफलता न मिले तो करने का कोई खास मतलब नहीं रह जाता है।करने पर जब सौ प्रतिशत सफलता मिलती है तो ही करने का मतलब होता है।सौ प्रतिशत सफलता के लिए हर पहलू पर सोचना पड़ता है। हर तरह की तैयारी करनी पड़ती है। कई मोर्चों पर लड़ाई ल़डनी होती है।देश के बाहरी दुश्मनों के खिलाफ क्या करना है,कब करना है, कैसे करना है, इसकी योजना तो बनानी ही पड़ती है, देश के भीतर के विरोधियों को हराने के लिए योजना बना कर काम करना पड़ता है।
पीएम मोदी राजनीति में सबसे ज्यादा सफल इसीलिए हैं कि वह बाहर के दुश्मन हों या घर के दुश्मन हो, सबके खिलाफ वह कई मोर्चों पर लड़ते रहते है।कई मोर्चो पर उनको उलझा कर रखते हैं। वह अपने विरोधियों को अपनी पिच पर खेलने के लिए मजबूर कर देते हैं। वह हमेशा ऐसा कुछ करते रहते हैं जिससे उनके विरोधी उन्हीं के बारे में सोचते रहे, है,उन्हीं के बारे मेें कहते रहे।उनको दूसरा कुछ और सोचने का मौका ही न रहे। पीएम मोदी कुछ करे तो विरोधी आलोचना करे, उसे गलत बताए, पीएम मोदी कुछ न करे तो विरोधी उनकी आलोचना करे, उसे गलत बताए। मोदी सब नेताओं से इस मायने में अलग हैं कि दूसरे नेता चाहते हैं कि उनके विरोधी उनके बारे में कुछ भी बुरा न बोले, उनकी आलोचना न करे। वहीं पीएम मोदी हमेशा ऐसा कुछ करते रहते हैं कि विरोधी मजबूर हो जाते हैं, उनके बारे मे सोचने के लिए, उनके बारे में ही कहने के लिए।
पीएम मोदी बड़ी चालाकी से चाहे राहुल गांधी हो, कांग्रेस के नेता हो सब को मजबूर कर देते हैं कि वह उनके बारे मेें ही सोचे, उनके बारे में ही बोले। उनके अलावा वह कुछ और सोच न सके, कर न सके। इससे उनको नुकसान कुछ नहीं होता है, इससे उनको फायदा यह होता है कि सोशल मीडिया से लेकर अखबार,टीवी सब जगह उनकी ही खबर होती है। मीडिया में मोदी के पक्ष में एक खबर होती है तो मोदी के विरोध में पचास खबरे होती हैं। यानी पीएम मोदी खबरों में बने रहते हैं, उनकी बात सबसे ज्यादा मीडिया में होती है,हर खबर के केंद्र में मोदी होते हैं।कांग्रेस नेता पीएम मोदी की सबसे ज्यादा आलोचना कर सोचते हैं कि वह उनको सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं लेकिन हकीकत में पीएम मोदी को सबसे ज्यादा फायदा राहुल गांधी व कांग्रेस ही पहुंचाते हैं, उनका रोज सुबह से शाम तक विरोध कर।
कांग्रेस नेता जब भी राहुल गांधी को पीएम मोदी के सामने खड़ा करते है, उनको मोदी की टक्कर का नेता साबित करने का प्रयास करते हैं तो वह यह नहीं सोच पाते हैं कि वह राहुल गांधी का नुकसान कर रहे हैं। कांग्रेस का ही नुकसान कर रहे हैं। होता क्या है जैसे ही कांग्रेस राहुल गांधी को पीएम मोदी के मुकाबले का नेता बताने का प्रयास करती है तो देश की जनता राहुल गांधी व पीएम मोदी की तुलना करती है कि हमारे लिए,देश के लिए सबसे ज्यादा अच्छा कौन है। जनता को स्वाभाविक रूप से हमेशा पीएम मोदी ही ज्यादा अच्छे लगते है और वह राहुल गांधी की जगह पीएम मोदी को चुनाव में चुनती है। राहुल गांधी को नकार देती है। जब तक मोदी हैं तब तक राहुल गांधी देश की जनता की पहली पसंद नहीं हो सकते। पहली पसंद तो मोदी ही बने रहेंगे।
देश की जनता की पहली पसंद मोदी यूं ही नहीं बन गए है और यूं ही बने हुए नहीं है, वह देश के लिए, जनता के लिए काम भी ऐसा करते हैं जैसा काम अतीत में कांग्रेस या किसी दल ने करने की छोड़ो करने को सोचा भी न हो। ऐसा भी नहीं है कि एक बार करते है, वह बार बार करते है और हमेशा पहले से बडा़ काम करते है। भारत का सबसे बड़ा दुश्मन पाकिस्तान है।आजादी के बाद से किसी सरकार के समय पाकिस्तान में पीओके से पंजाब तक घुसकर हमला नहीं किया गया था, पाकिस्तान ने कितना भी बड़ा अपराध किया हो, ऐसी सजा किसी सरकार या नेता ने नहीं दी, जैसी सजा पीएम मोदी ने पाकिस्तान को पहलगाम की घटना के विरोध में दी है।आपरेशन सिंदूर पीएम मोदी की पाकिस्तान के खिलाफ सबसे ज्यादा सफल कार्रवाई है। इसके मुकाबले को कोई दूसरा उदाहरण नहीं है।
वह जानते थे कि आपरेशन सिंदूर सौ प्रतिशत सफल होगा, वह जानते थे आपरेशन सिंदूर नाम रखे जाने पर उनकी आलोचना होगी, वह जानते थे कि पाकिस्तान के आग्रह पर सैन्य कार्रवाई रोकने पर उनकी आलोचना होगी। आपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने पर उनकी आलोचना होगी,आपरेशन सिंदूर की सफलता को घर घर बताने व सिंदूर को हर घर पहुंचाने की आलोचना होगी लेकिन पीएम मोदी ने यह नहीं सोचा कि आलोचना होगी, उन्होंने यह सोचा कि इससे उनका व भाजपा का प्रचार भी तो होगा। पीेएम मोदी जब भी देश के लोगों से घरघर जाकर मिलने का मौका आताहै तो वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहते है कि घर घर जाओ और बताओं कि भाजपा ने क्या किया है, पीएम मोदी ने किया है। यह पीएम मोदी के लिए देश भर के लोगो से जुड़ने का मौका होता है, ऐसा मौका कभी कभी आता है, जैसे अयोध्या के समय आया था, भाजपा नेता व कार्यकर्ता घर घर चावल देने गए थे, अब दूसरा मौका आया है, घर घर सिंदूर पहुंचाकर लोगों को संदेश देने का कि देश की रक्षा भाजपा कर सकती है, देश की रक्षा पीएम मोदी ने किया है तथा आगे भी वही कर सकते हैं। कांग्रेस को पीएम मोदी ने उलझा कर रखा हुआ है, अपने पिच पर खेलने को मजबूर कर रखा है। वह इसी बात की चिंता करती रहती है कि इससे कांग्रेस को क्या नुकसान होगा, वह भाजपा को कैसे नुकसान पहुंचा सकती है।इस चक्कर में वह नहीं सोच पाती है कि कांग्रेस के फायदे के लिए उसे भाजपा से क्या अलग करना चाहिए। पीेएम मोदी तो यही चाहते हैं कि कांग्रेस भाजपा की आलोचना के जाल मे उलझी रही,अपने बारे में सोच न सके कि उसे सफल होने के लिए क्या करना है।
कांग्रेस वही कर रही है जो पीएम मोदी चाहते हैं। आतंकवाद,आपरेशन सिदूर,पीओके के मामले मे राहुल गांधी को विपक्ष का उपयोग खुद करना था, पूरे विपक्ष को पीएम मोदी के खिलाफ एकजुट करना था, राहुल गांधी नहीं कर सके, यह राहुल गांधी की बड़ी असफलता है। विपक्ष के सदुपयोग का काम राहुलगांधी को करना था लेकिन यह काम पीएम मोदी ने किया। उन्होंने भाजपा सहित सभी राजनीतिक दलों के सांसदो की सात टीमों को ३३ देशो में पाकिस्तान के आतंकवाद की पोल खोलने व आपरेशन सिंदूर क्यों जरूरी था यह बताने के लिए भेजा और सभी सांसद खुशी खुशी यह काम करने गए।पीएम मोदी देश के पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने देशहित में विपक्ष का ऐसा सदुपयोग किया है।