गंगा दशहरा जरूर करें ये उपाय… बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, घर से भर जाएगी घर!

धर्म { गहरी खोज } : सनातन धर्म में गंगा दशहरा का बहुत ही खास महत्व है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इस दिन पवित्र गंगा में स्नान करना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है। कहते हैं कि भागीरथ की कठोर तपस्या के बाद इसी दिन माता लक्ष्मी धरती पर अवतरित हुई थी। इस दिन को ज्येष्ठ दशहरा के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए है जिन्हें गंगा दशहरा के दिन करने से व्यक्ति को पैसों की तंगी से छुटकारा मिलता है और धन लाभ के योग बनते हैं।
गंगा दशहरा कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत 4 जून को देर रात 11 बजकर 54 मिनट पर होगी और तिथि का समापन 6 जून को रात 2 बजकर 15 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, इस बार गंगा दशहरा का पर्व 5 जून को मनाया जाएगा।
गंगा दशहरा के ज्योतिष उपाय
करियर-कारोबार में आर्थिक परेशानियां चल रही हैं या किसी नए कार्य की शुरुआत नहीं कर पा रहें हैं, तो गंगा दशहरा के दिन एक साफ कागज पर गंगा स्त्रोत लिखें और उस कागज को पीपल की पूजा करने के बाद पेड़ के नीचे गाड़ दें। मान्यता है कि ऐसा करने व्यक्ति के तरक्की और धन लाभ को योग बनते हैं।
गंगा दशहरे के दिन गंगा नदी में स्नान करें। यदि संभव न हो, तो नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। फिर शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करें और सूर्य को तांबे के लोटे में जल, गंगाजल व कुमकुम मिलाकर अर्घ्य दें। मान्यता है कि ऐसा करने वाले को करियर में सफलता प्राप्त होती है।
घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए पूरे घर में गंगाजल छिड़काव करें। फिर एक नारियल पर काला धागा बांधें, शिवलिंग का अभिषेक करें और नारियल को शाम को बहते जल में प्रवाहित करें।
गंगा में स्नान के बाद सुपारी, आम, जल से भरा घड़ा, फल और अन्य सामग्री का दान करें। कहते हैं कि इससे व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और कष्ट दूर होते हैं।