क्या आप सही समय पर सूर्य को जल चढ़ा रहे हैं?, जानें अर्घ्य देने का सही समय, तरीका और चमत्कारी लाभ

धर्म { गहरी खोज } :भारतीय परंपराओं में सूर्य को जल चढ़ाना एक महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक कार्य माना जाता है। इसे न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए भी बेहद लाभकारी माना गया है। सूर्य को जल अर्पित करना दरअसल एक ऊर्जा संचयन की प्रक्रिया है, जो व्यक्ति को सकारात्मकता और नई ऊर्जा से भर देती है। सामान्यतः लोग सूर्य को जल चढ़ाते हैं, लेकिन बहुत से लोगों को यह स्पष्ट जानकारी नहीं होती कि इसका सही समय क्या है और कितनी बार जल अर्पित किया जाना चाहिए। आइए इसे विस्तार से समझते हैं इंदौर निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह से।
सूर्य को जल चढ़ाने का सही समय ?
सूर्य को जल देने का सबसे उपयुक्त समय सुबह होता है। विशेष रूप से सूर्योदय के समय जब सूर्य की पहली किरणें धरती पर पड़ती हैं, तब जल अर्पण करना सबसे श्रेष्ठ माना गया है। आमतौर पर सुबह 4 बजे से लेकर 12 बजे तक सूर्य को जल चढ़ाया जा सकता है, लेकिन इसमें भी सुबह 6 बजे से 8 बजे के बीच का समय सर्वोत्तम माना जाता है।