बंदरगाह आधारित विकास चाहता है लक्षद्वीप: प्रफुल्ल पटेल

कोच्चि/लक्षद्वीप{ गहरी खोज } : केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि प्रदेश बंदरगाह-आधारित विकास मॉडल पर पूरी तरह समर्पित है।
श्री पटेल ने यूनीवार्ता को बताया कि विकास परियोजनाओं में अत्याधुनिक जेटी और बंदरगाह सुविधाएं, समुद्र सुरक्षा दीवारें, नए जहाजों का अधिग्रहण, जल हवाई अड्डे, पुराने मैंगलोर बंदरगाह में एक समर्पित जेटी का विकास के साथ ही माल और यात्री आवागमन के लिए अन्य संबद्ध बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए बंदरगाह विकास परियोजनाओं के लिए कार्यान्वयन एजेंसी कोच्चि बंदरगाह प्राधिकरण (सीओपीए) ने अपेक्षित अध्ययन और निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्रालय (एमओपीएसडब्ल्यू) ने कदमत और कल्पेनी द्वीपों में पूर्वी और पश्चिमी जेटी के विकास के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके अलावा, 1,664.88 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एंड्रोथ में बंदरगाह सुविधाओं के विकास के लिए सहमति जतायी है।
मंत्रालय ने कहा कि किल्टन और चेतलत नामक दो अन्य द्वीपों में बंदरगाह सुविधाओं के विकास के लिए 724.91 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से प्रस्ताव भी विचाराधीन हैं। साथ ही कवरत्ती, अगत्ती और मिनिकॉय में पूर्वी और पश्चिमी किनारे के जेटी के सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
श्री पटेल ने कहा कि जल संसाधन मंत्रालय ने अगत्ती (पूर्व और पश्चिम) में द्वीप परिधीय सड़कों और समुद्र तट सुरक्षा दीवारों सहित समुद्र तट सुविधाओं के निर्माण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है और 2128.86 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कदमत, कल्पेनी, कवारत्ती और मिनिकॉय में समुद्र तट सुविधाओं के निर्माण के लिए सहमति जतायी है।