आदिवासी महिला से गैंगरेप: मानवाधिकार आयोग ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट

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खंडवा { गहरी खोज }: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक आदिवासी वृद्ध महिला के साथ हुए वीभत्स गैंगरेप और उसके बाद हुई मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार तिवारी ने घटना की जानकारी ली है और संबंधित अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
यह घटना खंडवा जिले के खालवा क्षेत्र के पास एक गांव में हुई, जहां 45 वर्षीय आदिवासी महिला पर दो आरोपियों — सुनील और हरी — द्वारा हमला किया गया। इस क्रूर हमले के चलते महिला को गंभीर शारीरिक चोटें आईं, जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई।
फॉरेंसिक साइंस और टॉक्सिकोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. सीमा सुताय ने बताया, “पीड़िता की आंत का 176 सेमी हिस्सा उसकी प्राइवेट पार्ट से बाहर आ गया था।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपियों ने पीड़िता पर हमला करने के बाद किसी विदेशी वस्तु जैसे रॉड या लकड़ी के डंडे का इस्तेमाल कर उस पर अत्यधिक अत्याचार किया।
हालांकि, IANS से बातचीत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश रघुवंशी ने सोमवार को कहा कि “घटनास्थल पर कोई विदेशी वस्तु नहीं मिली।”
जब उनसे पूछा गया कि फिर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इतनी क्रूरता कैसे सामने आई, तो उन्होंने कहा कि “शायद आरोपियों ने हाथों से यह किया होगा।” उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच में आए विरोधाभास पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और कहा, “मामला अभी जांच में है।”
भोपाल के प्रसिद्ध गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट डॉ. ओंकार पटेल ने IANS से कहा कि “अगर अत्यधिक बल प्रयोग किया जाए तो आंत बाहर आ सकती है, क्योंकि टिशूज फट जाते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि “यह हाथों से भी संभव है।”
मानवाधिकार आयोग ने इस अमानवीय कृत्य को मानवाधिकार उल्लंघन मानते हुए खंडवा पुलिस अधीक्षक से तीन सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
पीड़िता ने घटना के बाद करीब 18 घंटे तक तड़पते हुए जीवन के लिए संघर्ष किया, लेकिन अंततः उसने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसकी बच्चेदानी और मलाशय को कोई चोट नहीं पहुंची थी, लेकिन आंतें बाहर आ चुकी थीं, जो गंभीर आंतरिक क्षति को दर्शाता है। डॉ. सुताय ने कहा, “ऐसी स्थिति तभी आती है जब मांसपेशियों में अधिक ढीलापन हो, यानी अत्यधिक बल प्रयोग हुआ है।”
गैंगरेप और हत्या के आरोपी हरी और सुनील को सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया। मंगलवार को दोबारा अदालत में पेश करने पर रिमांड को दो और दिनों के लिए बढ़ा दिया गया।

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