कोई यकीन नहीं कर सकता इस बात पर

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सुनील दास

संपादकीय { गहरी खोज }: दो देशों के बीच लड़ाई होती है तो किसी देश में ऐसा नहीं होता है कि हमला करने वाला देश जिस देश पर हमला करना चाहता है, वह उसे हमला करने के पहले बताएगा कि हम तुम्हारे यहां इतनी जगहों पर कैसे हमला करने वाले हैं। आज तक किसी देश ने ऐसा नहीं किया है, क्योंकि हमला करने का मकसद ही दुश्मन देश को नुकसान पहुंचाना होता है, सबक सिखाना होता है। ऐसे में कोई देश जब नुकसान पहुंचाना चाहता है तो वह उस देश को क्यों बताएगा कि हम तुमको नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.ऐसा करने पर तो दुश्मन देश पर हमला करने का कोई मतलब ही नहीं रह जाता है क्योंकि जब उसे मालूम हो जाएगा कि दुश्मन देश उस पर कहां कहा हमला करने वाला है तो वह नुकसान से बचने का उपाय कर लेगा। ऐसे में तो हमला करने पर भी दुश्मन देश को कोई नुकसान नहीं होगा।
ऐसा पाकिस्तान में नहीं हुआ। भारत ने आपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के ९ आतंकियों के ठिकानों पर सफल हमला किया। सटीक हमला किया। पूरे नौ ठिकाने नष्ट कर दिए। भारत पाकिस्तान के भीतर आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करना चाहता था और उसने कर दिया।इससे साबित होता है कि भारत ने पाकिस्तान को आपरेशन सिंदूर के पहले नहीं बताया था कि वह पाकिस्तान के आतंकियों के ठिकानों पर हमला करने वाला है। भारत ने ऐसा किया होता तो पाकिस्तान आतंकियों के ठिकानों को बचाने के लिए जरूर कुछ करता। पाकिस्तान आतंकियों के ठिकानों को बचाने के लिए कुछ नहीं कर पाया, इससे भी साबित होता है कि भारत के विदेश मंत्री ने आपरेशन सिंदूर के पहले पाकिस्तान को हमले के बार में नहीं बताया था।
विदेश मंत्री जयशंकर कई बार कह चुके हैं उन्होंने आपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को बताया कि हमने आपरेशन सिंदूर कर आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया है। हमने सेना के किसी ठिकाने, रिहायशी इलाकों को निशाना नहीं बनाया है। यह हमारा लक्ष्य था हमने पा लिया है,। हमारी तरफ से मामला खतम है, पाकिस्तान अगर भारत पर किसी तरह की सैन्य कार्रवाई करता है तो भारत उसका समुचित जवाब देने को तैयार है।जयशंकर ने सोमवार को एक बार फिर संसदीय सलाहकार समिति को बताया है कि भारत ने आपरेशन सिंदूर के ३० मिनट बाद पाकिस्तान को बताया कि भारत ने पाकिस्तान के भीतर स्थित आतंकियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया है।
यह सच ही है क्योंकि यह नया भारत है। यह घुसकर मारता है, मारने के बाद बताता भी है हमने कहां मारा है और दुनिया को जताता है भी कि हम पर अगर आतंकवादी हमला किया गया तो अब हम उसे एक्ट आफ वार मानेंगे और सैन्य कार्रवाई भी करेंगे। आपरेशन सिंदूर भारत नए भारत का प्रतीक है। बदले हुए भारत का प्रतीक है। किसी से नहीं डरने वाले भारत का प्रतीक है। तय कर लिया जो करना है तो भारत वह अब करके रहता है। राहुल गांधी को यह निडर,मजबूत भारत अच्छा नहीं लगता है। वह दुनिया को बताना चाहते थे कि भारत का विदेश मंत्री डरपोक है, पीएम डरपोक है। विदेश मंत्री कमजोर है, डरपोक है,इसलिए उसने आपरेसन सिंदूर के पहले पाकिस्तान को बता दिया कि हम पाकिस्तान पर हमला करने वाले है, आप जो बचाना चाहते हो बचा लो। पीएम डरपोक है, इसीलिए अमरीका के कहने पर युध्द विराम कर लिया।उनके इस झूठ को जनता ने मान ही नहीं सकती थी और नहीं माना। राहुल गांधी कई बार झूठ कह चुके हैं और उनके झूठ की पोल हर बार खुल गई है। राफेल के मुद्दे पर उन्होने चौकीदार चोर कहा था हुआ किया, मोदी दूसरी बार चुनाव जीतकर पीएम बन गए। भाजपा आरक्षण खत्म कर देगी, संविधान बदल देगी, झूठा प्रचार किया पीएम मोदी व भाजपा को हराने के लिए हुआ क्या, तीसरी बार पीएम मोदी बन गए और तीसरी बार भाजपा की सरकार बन गई। कांग्रेस व राहुल गांधी जानते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक व एरियल स्ट्राइक का भाजपा को राजनीतिक फायदा हुआ था, इस बार आपरेशन सिंदूर का भी भाजपा कहीं राजनीतिक फायदा न उठा ले, राहुल गांधी झूठ कहकर सोचते हैं कि वह भाजपा को राजनीतिक फायदा उठाने से रोक सकते हैं।
राहुल गांधी संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग इसीलिए कर रहे थे कि वह संसद में यही सब सवाल पूछते जो संसद के बाहर पूछ रहे हैं। सरकार ने संसद संत्र नहीं बुलाया है तो इसलिए कि भारत व पाकिस्तान के बीच कोई युध्द नहीं हुआ है। भारत व पाकिस्तान के बीच पहले की तरह लंबा युध्द हुआ होता तो जरूर युध्द के दौरान संसद का सत्र बुलाती और देश व विपक्ष को वस्तुस्थिति से अवगत कराती। भारत व पाकिस्तान के बीच युध्द तो हुआ नहीं है, मोदी सरकार मानती है कि उसने आपरेशन सिदूर चलाया है आतंकियों को मारने के लिए। आतंकी पाकिस्तान में थे इसलिए पाकिस्तान में जहां आतंकी थे, उसी जगह को निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान को बता दिया गया कि यह पाकिस्तान पर हमला नहीं है,यह आतंकियों पर हमला है। आतंकियों पर हमला कर मारना कहीं भी युध्द नहीं माना जाता है। अमरीका ने लादेन के पाकिस्तान में घुसकर मारा तो क्या वह पाकिस्तान के खिलाफ युध्द माना गया था,नहीं माना गया था पाकिस्तान ने अमरीका के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई नहीं की थी। इजराइल हमास पर हमला कर आतंकियों को मार रहा है तो उसे भी कायदे से युद्ध नहीं कहा जा सकता। युध्द तो दो देशों के बीच होता है। जैसे रूस व यूक्रेन के बीच हो रहा है।पीएम मोदी का मानना है कि यह युग युध्द का नहीं है लेकिन वह यह भी मानते हैं कि यह समय आतंकवाद का भी नहीं है। जो सिंदूर मिटाएगा उसे भारत मिटा देगा, मिट्टी मे मिला देगा।
आपरेशन सिंदूर आतंकवादियों को मिट्टी मे मिलाने का आपरेशन है, यह पाकिस्तान के खिलाफ युध्द नहीं है। इसके बारे में विपक्ष को देश को सेना के अधिकारियों ने सब बता दिया है, सर्वदलीय बैठक में दो बार रक्षा मंत्री व गृहमंत्री ने जो भी बताने लायक है, सब बता दिया गया है। आपरेशन सिंदूर आतंकियों के खिळाफ आपरेशन है, भारत इसे आपरेशन मानता है, यह जारी है और जारी रहेगा। पाकिस्तान को इसके जवाब में भारत पर सैन्य कार्रवाई करना है तो कर सकता है और भारत उसको हमेशा जवाब देने को तैयार है। मुंहतोड़ जवाब दिया है और भविष्य में मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है।

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