शेयर बाजार में गिरावट जारी

मुंबई{ गहरी खोज }: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आर्थिक और गैर-आर्थिक मुद्दों पर टिप्पणियाें से निवेश धारणा प्रभावित होने से आज घरेलू शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 307.61 अंक का गाेता लगाकर 81,244.02 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 89.15 अंक टूटकर 24,737.05 अंक पर कारोबार कर रहा है।
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 94 अंक उतरकर 81,457.61 अंक पर खुला और खबर लिखे जाने तक 81,613.36 अंक के उच्चतम जबकि 81,244.02 अंक के निचले स्तर पर रहा। वहीं, निफ्टी छह अंक की मामूली बढ़त के साथ 24,832.50 अंक पर सपाट खुला और 24,864.25 अंक के ऊंचे जबकि 24,737.05 अंक के निचले स्तर पर रहा।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी बाजारों से मिल रहे सकारात्मक संकेत, डॉलर की कमजोरी और सोने की नरमी जैसे वैश्विक कारक बुधवार को घरेलू इक्विटी बाजार के लिए एक अनुकूल मैक्रोइकॉनॉमिक परिदृश्य बना रहे हैं। म्यूचुअल फंडों के पास उपलब्ध भरपूर तरलता और स्थिर एसआईपी प्रवाह ने फंड मैनेजरों को निरंतर खरीददारी के लिए प्रेरित किया है, जिससे बाजार को मजबूत आधार मिल रहा है।
वहीं, टैरिफ से जुड़े मुद्दे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आर्थिक और गैर-आर्थिक मुद्दों पर टिप्पणियां निवेश धारणा पर दबाव बनाए रख सकती हैं। इसके बावजूद, बाजार सहभागियों की नजर 06 जून को होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक पर टिकी हुई है, जहां नीतिगत दरों में चौथाई प्रतिशत की कटौती की संभावना लगभग तय मानी जा रही है। इस संभावित दर कटौती से बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट जैसे दर-संवेदनशील क्षेत्रों में सकारात्मक हलचल देखने को मिल सकती है।
बाजार वर्तमान में समेकन के चरण में है, और इस अवधि के दौरान गिरावट पर खरीदारी करना एक विवेकपूर्ण रणनीति हो सकती है। इस बीच ब्रिटिश-अमेरिकी टोबैको (बीएटी) द्वारा आईटीसी में अपनी 2.3 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का निर्णय शेयर पर अल्पकालिक दबाव बना सकता है। हालांकि, यह मूल्य आधारित ब्लूचिप स्टॉक में दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक आकर्षक प्रवेश अवसर प्रदान करता है।