गिनी की सिमंडौ परियोजना के लिए भारत में बने पहले लोकोमोटिव का हुआ अनावरण

छपरा (बिहार){ गहरी खोज }: वेबटेक कॉरपोरेशन और रियो टिंटो सिमफर ने मंगलवार को अफ्रीकी देश गिनी के सिमंडौ उच्च श्रेणी के लौह अयस्क परियोजना के लिए बनाए गए पहले इवोल्यूशन सीरीज ईएस43एसीआई लोकोमोटिव का बिहार के सारण जिले के मढ़ौरा स्थित विनिर्माण संयंत्र में अनावरण किया।
यह लोकोमोटिव अफ्रीका के सबसे बड़े खनन और बुनियादी ढांचे के उपक्रमों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अनावरण समारोह में भारत, गिनी और अमेरिका के प्रतिनिधियों के साथ-साथ वेबटेक, भारतीय रेलवे और रियो टिंटो सिमफर के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
यह लोकोमोटिव सिमफर की रोलिंग स्टॉक योजना के तहत तैयार किया गया है, जो 600 किलोमीटर लंबे ट्रांसगिनीन रेलवे गलियारे पर सेवा देगा। यह गलियारा गिनी के सिमंडौ रेंज को फोरेकारिया प्रान्त के एक समुद्री बंदरगाह से जोड़ेगा।
रियो टिंटो के वैश्विक परियोजना प्रमुख चार्ल्स ज़िमरमैन ने कहा, “यह लोकोमोटिव सिमंडौ परियोजना को वैश्विक बाजारों से जोड़ने की दिशा में एक प्रमुख कदम है। इससे गिनी के लोगों के लिए रोजगार और विकास के नए अवसर खुलेंगे।”
लोकोमोटिव में 4500 हॉर्सपावर का अमेरिकी तकनीक से विकसित इवोल्यूशन सीरीज डीजल इंजन लगा है, जिसे विशेष रूप से गिनी की गर्म जलवायु और भारी खनन परिचालन के अनुरूप तैयार किया गया है।
वेबटेक के उप-सहारा अफ्रीका के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एमपिलो दलामिनी ने कहा, “यह लोकोमोटिव न केवल खनिजों के कुशल निर्यात को सक्षम करेगा बल्कि सामाजिक और बुनियादी ढांचा विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा।”
उल्लेखनीय है कि गिनी सरकार, रियो टिंटो और चाल्को आयरन ओर होल्डिंग्स (सीआईओएच) के संयुक्त उद्यम सिमफर का उद्देश्य अनुमानित 1.5 अरब टन लौह अयस्क भंडार का दोहन करना है। यह परियोजना गिनी की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगी।