श्रेयस अय्यर महान इतिहास रचने से बस एक कदम दूर, पंजाब किंग्स का सपना होने वाला है सच

नई दिल्ली { गहरी खोज }:पंजाब किंग्स की टीम अब आईपीएल प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर चुकी है। वैसे तो टीम अभी तक चैंपियन नहीं बनी है, लेकिन जिस तरह का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों में टीम का रहा है, उसके बाद ये उपलब्धि भी कम नहीं है। आईपीएल के 18 साल के इतिहास में पंजाब की टीम केवल दो ही बार प्लेऑफ में गई है। इस साल तो टीम करीब 11 साल के लंबे अंतराल के बाद टॉप 4 में अपनी जगह पक्की करने में सफल रही है। इस बीच श्रेयस अय्यर भी एक महान कीर्तिमान बनाने की दहलीज पर खड़े हैं।
श्रेयस अय्यर की कप्तानी में ही साल 2024 में केकेआर यानी कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने फाइनल खेला और उसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर खिताब भी अपने नाम किया। हालांकि श्रेयस अय्यर को जितना श्रेय मिलना चाहिए था, वो शायद नहीं मिला। इसके बाद वे इस साल के आईपीएल से पहले अपनी टीम से रिलीज हो गए। अब ये कहना मुश्किल है कि खुद श्रेयस ने ये फैसला लिया या फिर टीम ने उन्हें रिलीज करने का मन बनाया, लेकिन इतना तो पक्का है कि श्रेयस अय्यर के जाने से केकेआर को काफी नुकसान हुआ। पिछले साल की चैंपियन टीम इस साल प्लेऑफ में भी नहीं जा पाई।
अब बात अगर श्रेयस अय्यर की करें तो श्रेयस अय्यर पहले ऐसे कप्तान बनने के करीब हैं, जो तीन अलग अलग टीमों को फाइनल तक ले गए हैं। साल 2020 में श्रेयस अय्यर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान हुआ करते थे। उस साल टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन फाइनल में उसे मुंबई इंडियंस से हार का सामना करना पड़ा और खिताब जीतने का सपना टूट गया। इसके बाद साल 2024 में श्रेयस केकेआर के कप्तान बनते हैं। इस साल वे अपनी टीम को न केवल फाइनल तक ले गए, बल्कि खिताब भी दिलाने में कामयाब रहे।
इस साल श्रेयस अय्यर को पंजाब किंग्स की कप्तानी सौंपी गई। उनकी कप्तानी में टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। वे अपनी टीम को अब प्लेऑफ में पहुंचा चुके हैं। टीम ने ये भी तय कर लिया है कि वह पहले और दूसरे में से किसी एक नंबर पर ही फिनिश करेगी। यानी उसका क्वालीफायर वन खेलना पक्का है। अगर टीम मान लीजिए, ये मैच हार भी जाती है तो भी उसे दूसरा मौका मिलेगा और टीम दूसरे क्वालीफायर में खेलेगी। यानी टीम के पास फाइनल में जाने के दो मौके होंगे। इस वक्त पंजाब की टीम जिस तरह के फार्म में चल रही है, उससे इस बात की संभावना काफी कम है कि उसे दो बैक टू बैक मैचों में हार का सामना करना पड़े। यानी टीम फाइनल के बिल्कुल करीब है। अगर पंजाब ने फाइनल में जगह पक्की की तो श्रेयस अय्यर तीन अलग अलग टीमों को तीन बार फाइनल में ले जाने वाले पहले कप्तान बन जाएंगे।