कोविड-19: बुजुर्गों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को मास्क पहनना चाहिए: सिद्धारमैया

0
202505273413658

बेंगलुरु{ गहरी खोज }: कर्नाटक में कोरोना के 80 नए मामले सामने आए हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को सावधानी के तौर पर मास्क जरूर पहनना चाहिए। मंगलवार को वे विधान सौध के पूर्वी द्वार पर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उनकी मूर्ति और चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सोमवार को एक बैठक में कोरोना को लेकर एहतियाती कदमों पर चर्चा की गई थी।
उन्होंने कहा, “हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और अस्पतालों की व्यवस्था में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए। कोरोना के मामले 65 से बढ़कर 80 हो गए हैं, लेकिन अभी हालात गंभीर नहीं हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “जिन बच्चों को सर्दी, खांसी या बुखार है, उन्हें स्कूल नहीं भेजना चाहिए। बुज़ुर्गों और बीमार लोगों को मास्क पहनना चाहिए। एहतियात के लिए वैक्सीन का स्टॉक भी रखना जरूरी है।”
सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि मास्क पहनना सभी के लिए जरूरी नहीं है, लेकिन खास तौर पर बुज़ुर्गों और जोखिम में रहने वाले लोगों को पहनने की सलाह दी गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार की ओर से एयरपोर्ट पर जांच की कोई नई गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन राज्य सरकार अपनी ओर से जरूरी सावधानियां बरतेगी।
जवाहरलाल नेहरू के बारे में बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा , “पंडित नेहरू आधुनिक भारत के निर्माता थे। उन्होंने देश से गरीबी मिटाने की ईमानदार कोशिश की। उन्होंने मिश्रित अर्थव्यवस्था की शुरुआत की, हरित क्रांति की नींव रखी, सहकारी आंदोलन और सत्ता के विकेंद्रीकरण को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री के रूप में अपने 17 साल के कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कई बांध, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग और शैक्षणिक संस्थान स्थापित किए।”
उन्होंने कहा, “अगर देश ने आज आर्थिक मजबूती और खाद्य आत्मनिर्भरता हासिल की है, तो यह नेहरू द्वारा रखी गई बुनियाद की वजह से है। हर भारतीय को उन्हें सम्मान के साथ याद करना चाहिए। अगर आज भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था है, तो यह नेहरू की दूरदर्शिता का नतीजा है।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *