ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर शिक्षक ने की आत्महत्या, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

दमोह{ गहरी खोज }: ज़िले के हटा थाना क्षेत्र में करीब दस दिन पहले एक शिक्षक की जलकर संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने सोमवार को बड़ा खुलासा किया है। प्रारंभिक तौर पर लूट और हत्या का रूप देने वाली इस घटना के पीछे की सच्चाई कुछ और ही निकली। पुलिस जांच में पाया गया कि मृतक शिक्षक राजेश त्रिपाठी पिछले सात वर्षों से एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा ब्लैकमेल किए जा रहे थे।
पुलिस के अनुसार, शिक्षक पर करीब 30 से 40 लाख रुपये का कर्ज था। इसके साथ ही एक शिकायतकर्ता ने उन पर फर्जी डीएड मार्कशीट के आधार पर नौकरी पाने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से शिकायत की थी।
हटा एसडीओपी प्रशांत सुमन ने बताया कि राजेश त्रिपाठी को लगातार धमकियां दी जा रही थीं कि यदि उन्होंने पैसे नहीं दिए, तो उनके खिलाफ एफआईआर कर जेल भिजवा दिया जाएगा। मृतक शिक्षक ने अब तक आरोपी को करीब 20 से 22 लाख रुपये दे दिए थे, इसके बावजूद आरोपी द्वारा 5 लाख रुपये और मांगे जा रहे थे।
जांच में सामने आया कि घटना वाले दिन मृतक ने अपने भाई को फोन कर बताया कि उसके साथ लूट हो रही है। लेकिन पुलिस, फॉरेंसिक, साइबर और डॉग स्क्वॉड टीमों की संयुक्त जांच में किसी भी प्रकार की लूट या हत्या के प्रमाण नहीं मिले।
पुलिस ने मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड और साक्ष्यों के आधार पर आरोपी जितेंद्र भट्ट को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर हटा थाना में धारा 108 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।
टीआई हटा धर्मेंद्र उपाध्याय ने बताया कि यदि इस प्रकार की धमकी और अवैध वसूली से अन्य शिक्षक या व्यक्ति भी पीड़ित हैं, तो वे सामने आकर अपनी जानकारी दें, ताकि इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की जा सके।
फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की विस्तृत विवेचना कर रही है और अन्य संबंधित पहलुओं की जांच भी जारी है।