झगड़े के बाद जहर खाकर पति-पत्नी की मौत: 5 मासूम बच्चों के सिर से उठा मां-बाप का साया

भरतपुर{ गहरी खोज }: रुदावल थाना क्षेत्र के माडापुरा गांव में सोमवार शाम एक दर्दनाक घटना घटी, जिसने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। मामूली झगड़े के बाद पति-पत्नी ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। इस घटना ने उनके पांच मासूम बच्चों को अनाथ कर दिया।
सोमवार शाम करीब 6 बजे सुरेंद्र (39) और उसकी पत्नी रीना (36) के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। दोनों के बीच पहले भी मतभेद होते रहते थे, लेकिन इस बार बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने जहर खा लिया। उस समय उनके पांचों बच्चे तीन बेटियां और दो बेटे घर में ही थे।
बच्चे जब मां-बाप की हालत बिगड़ते देख रोने-चिल्लाने लगे तो पड़ोसी दौड़कर पहुंचे। कमरे के अंदर का मंजर दिल दहला देने वाला था सुरेंद्र और रीना उल्टियां कर रहे थे, तड़प रहे थे। पड़ोसियों ने तुरंत सुरेंद्र के बड़े भाई महेंद्र को सूचना दी। महेंद्र दौड़कर पहुंचे और दोनों को पहले रुदावल हॉस्पिटल और फिर भरतपुर के आरबीएम अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अफसोस कि रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। रात करीब 8.30 बजे आरबीएम अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शवों को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया और मंगलवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए।
मंगलवार सुबह माडापुरा गांव में सुरेंद्र के घर सन्नाटा पसरा रहा। बच्चों के रोने की आवाजें, रिश्तेदारों का विलाप और गांववालों की फुसफुसाहटें हर तरफ सिर्फ एक ही सवाल तैर रहा था: “ऐसा क्यों किया?” मृतक सुरेंद्र के भतीजे भोजपाल ने बताया कि चाचा सुरेंद्र शराब के आदी थे। शराब पीकर अक्सर घर में झगड़ा करते थे। हालांकि सोमवार को झगड़ा किस बात पर हुआ, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। महेंद्र ने भी माना कि सुरेंद्र और रीना के बीच अकसर कहा-सुनी होती रहती थी, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि मामला इतना गंभीर हो जाएगा कि जान देने की नौबत आ जाएगी। सुरेंद्र और रीना की शादी को 18 साल हो चुके थे। उनकी तीन बेटियां—शिवन्या (8), कीर्ति (6), गुड़िया (4) और दो बेटे—गोलू (3) और मोनू (1) हैं। अब ये पांच मासूम बिना मां-बाप के कैसे पलेंगे, ये सवाल हर किसी को परेशान कर रहा है। रुदावल थाने के एएसआई मुंशीलाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की गई।