व्यापार तनाव घटने की उम्मीद में चढ़ा बाजार

मुंबई{ गहरी खोज }:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ चल रही व्यापार वार्ता की समय सीमा बढ़ाए जाने के वैश्विक स्तर पर व्यापार तनाव घटने की उम्मीद में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत शेयर बाजार आज लगातार दूसरे दिन चढ़ गया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 455.37 अंक की छलांग लगाकर चार कारोबारी सत्र के बाद 82 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 82,176.45 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 148.00 अंक की तेजी के साथ 25 हजार अंक के पार 25001.15 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह बीएसई का मिडकैप 0.56 प्रतिशत उछलकर 45,111.47 अंक और स्मॉलकैप 0.48 प्रतिशत की मजबूती के साथ 51,766.72 अंक पर पहुंच गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4267 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2301 में लिवाली जबकि 1772 में बिकवाली हुई वहीं 194 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में कारोबार के लिए रखी गई कुल 2982 कंपनियों के शेयरों में से 1735 में तेजी जबकि 1173 में गिरावट रही वहीं 74 में टिकाव रहा।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूरोपीय संघ के साथ चल रही व्यापार वार्ता की समयसीमा बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस कदम से संभावित नए व्यापार युद्ध की आशंका कम हो गई है, जिसने हाल के दिनों में वैश्विक निवेशकों की चिंता बढ़ा दी थी। विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला विश्व बाजारों में स्थिरता बनाए रखने में मदद करेगा और निवेशकों की भावना को सहारा देगा। ट्रम्प प्रशासन द्वारा उठाया गया यह कदम संकेत देता है कि अमेरिका फिलहाल विवाद के बजाय समाधान की दिशा में बढ़ना चाहता है।
इनके अलावा भारत के दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की खबर बाजार के लिए निकट भविष्य में मनोबल बढ़ाने वाली होगी। यह न केवल वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करेगा, बल्कि घरेलू स्तर पर भी निवेश भावना को मजबूत करेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की यह प्रगति मजबूत आर्थिक बुनियाद, सतत सुधारों और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिर विकास दर का परिणाम है। ऐसे समय में जब कई विकसित अर्थव्यवस्थाएं सुस्ती से जूझ रही हैं, भारत की रैंकिंग में यह उछाल देश को वैश्विक निवेश के लिए और अधिक आकर्षक बना सकता है।
इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा सरकार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 2.11 लाख करोड़ रुपये का लाभांश देने की घोषणा ने आर्थिक जगत में हलचल मचा दी है। यह आंकड़ा बाजार की अपेक्षाओं से कहीं अधिक है और सरकार के लिए बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है।
इससे बीएसई में सर्विसेज में 0.16 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर अन्य 20 समूहों में तेजी रही। कमोडिटीज 0.53, सीडी 0.43, ऊर्जा 0.48, एफएमसीजी 0.93, वित्तीय सेवाएं 0.38, हेल्थकेयर 0.35, इंडस्ट्रियल्स 0.98, आईटी 0.95, दूरसंचार 0.15, यूटिलिटीज 0.20, ऑटो 1.04, बैंकिंग 0.28, कैपिटल गुड्स 0.91, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.74, धातु 0.87, तेल एवं गैस 0.67, पावर 0.61, रियल्टी 0.75, टेक 0.88 और फोकस्ड आईटी समूह के शेयर 1.04 प्रतिशत उछाल गए।
वैश्विक स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान जर्मनी का डैक्स 1.61 और जापान का निक्केई 1.00 प्रतिशत मजबूत रहा। वहीं, ब्रिटेन का एफटीएसई 0.24, हांगकांग का हैंगसेंग 1.35 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.05 प्रतिशत लुढ़क गया।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 208 अंक की तेजी के साथ 81,928.95 अंक पर खुला और दमदार लिवाली के बल पर थोड़ी देर बाद ही 82,492.24 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं, बिकवाली होने से दोपहर से पहले 81,867.23 अंक के निचले स्तर तक टूट गया। अंत में पिछले दिवस के 81,721.08 अंक के मुकाबले 0.56 प्रतिशत की छलांग लगाकर 82,176.45 अंक पर आ गया।
इसी तरह निफ्टी 66 अंक की बढ़त लेकर 24,919.35 अंक पर खुला और सत्र के दौरान 25,079.20 अंक के उच्चतम जबकि 24,900.50 अंक के निचले स्तर पर रहा। अंत में पिछले सत्र के 24,853.15 अंक की तुलना में 0.60 प्रतिशत उछलकर 25,001.15 अंक पर बंद हुआ।
इस दौरान सेंसेक्स की मुनाफा कमाने वाली कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.17, नेस्ले इंडिया 1.65, एचसीएल टेक 1.53, टाटा मोटर्स 1.52, आईटीसी 1.49, हिंदुस्तान यूनिलीवर 1.41, एलटी 1.35, टेक महिंद्रा 1.27, इंफ़ोसिस 1.02, टाइटन 0.90, इंडसइंड बैंक 0.87, भारती एयरटेल 0.82, आईसीआईसीआई बैंक 0.73, टीसीएस 0.68, बजाज फिनसर्व 0.67, रिलायंस 0.54, एसबीआई 0.49, एशियन पेंट 0.45, एक्सिस बैंक 0.43, एचडीएफसी बैंक 0.39, अदानी पोर्ट्स 0.32 और बजाज फाइनेंस 0.28 प्रतिशत शामिल रही।
वहीं, इटरनल 4.51, अल्ट्रासिम्को 0.47, सन फार्मा 0.45, पावरग्रिड 0.45, एनटीपीसी 0.32, टाटा स्टील 0.31, कोटक बैंक 0.30 और मारुति के शेयर 0.17 प्रतिशत नुकसान में रहे।