बिहार की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं महागठबंधन के नेता : राजीव रंजन

0
2023_8image_14_33_369874481jdu

पटना { गहरी खोज }: बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड ने कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष के लगातार सवाल उठाए जाने पर सोमवार को पलटवार किया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि राजद के नेता तेजस्वी यादव और विपक्षी महागठबंधन के अन्य नेता बिहार की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। पटना में एक प्रेस वार्ता में राजीव रंजन ने कहा कि अपराध की हर छोटी-मोटी घटनाओं को भी बड़ा बनाकर लोगों के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है। आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की 2022 की एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार में अपराध दर 277.1 प्रतिशत है, जो प्रति लाख जनसंख्या के हिसाब से राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। केरल, तमिलनाडु, दिल्ली, छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश समेत 16 ऐसे छोटे-बड़े राज्य और कई केंद्र शासित प्रदेश हैं, जहां अपराध दर बिहार से कहीं अधिक है।
उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून के आंकड़ों को अगर अलग कर दिया जाए तो बिहार पिछले एक दशक के दौरान अपराध में सुधार करने के मामले में कई प्रमुख राज्यों से बेहतर है। एनसीआरबी के अनुसार, बिहार में साल 2013 में आईपीसी अपराध दर 166.3 प्रतिशत (प्रति एक लाख जनसंख्या) थी, जो 2022 में मामूली रूप से बढ़कर 168.1 प्रतिशत हुई है।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि देश में 17 ऐसे अन्य राज्य हैं, जहां आईपीसी अपराध दर बिहार से कहीं ज्यादा है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में अपराध बढ़ने का सवाल ही नहीं है।
उन्होंने एनसीआरबी के आंकड़ों के हवाले से कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून के तहत दर्ज आपराधिक मामलों को अलग कर दें तो बिहार में अपराध में वृद्धि मात्र 1.8 प्रतिशत हुई है। जबकि, देश के अन्य राज्यों और राष्ट्रीय औसत में वृद्धि इससे कहीं अधिक है।
उन्होंने हाल ही में प्रकाशित ‘इंडिया जस्टिस रिपोर्ट’ के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि बिहार का रैंक सभी मानकों में सुधरा है और कुछ मानकों पर तो बिहार पहले स्थान पर है। बिहार ट्रेनिंग पर प्रति पुलिसकर्मी 20,530 रुपए खर्च करता है और पहले स्थान पर है, जबकि दूसरे स्थान पर रहने वाले मध्य प्रदेश में ट्रेनिंग पर मात्र 15,235 रुपए प्रति पुलिसकर्मी खर्च करता है। पश्चिम बंगाल के लिए यह आंकड़ा मात्र 125 रुपए है। इसी तरह से महिला पुलिस के मामले में भी बिहार पहले स्थान पर है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव कानून-व्यवस्था को लेकर भ्रम पैदा करने वाली कोशिशें कर रहे हैं। वे झूठे आंकड़े देते रहते हैं। बिहार के आंकड़े केवल राष्ट्रीय स्तर से बेहतर नहीं हैं, बल्कि अन्य 16 राज्यों से भी हम बेहतर हैं।
राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुलिस बलों की संख्या बढ़ी, पुलिस को आधुनिक बनाया गया। महिलाओं की भागीदारी पुलिस में सर्वाधिक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *