ट्रैक्टर ट्रॉली के नीचे दबा 20 साल का युवक… मौत से हार गया संघर्ष

कोटा / बूंदी, तालेड़ा{ गहरी खोज } : उसने हाल ही में 12वीं का एग्जाम दिया था। किताबें रखकर मजदूरी की राह पकड़ी थी। गर्मियों की छुट्टियों को आराम के लिए नहीं, बल्कि घर की रोटियां चलाने के लिए चुना था। लेकिन अफसोस… ज़िंदगी ने उसके इरादों से पहले ही उसका सफर रोक दिया।
तालेड़ा थाना क्षेत्र के सादड़ी गांव के पास रविवार को 20 वर्षीय हरिओम ट्रैक्टर ट्रॉली के नीचे दब गया। सोमवार को कोटा के एमबीएस अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
हरिओम, जो कि गांव का एक होनहार और जिम्मेदार युवक था, छुट्टियों में मजदूरी करने जाया करता था। उस दिन भी वह सादड़ी के पास नहर पर काम कर लौटा ही था कि यह हादसा हो गया। ट्रैक्टर को ड्राइवर ने तेज मोड़ पर घुमाया, ट्रॉली असंतुलित हुई और हरिओम नीचे गिरकर उसके नीचे दब गया।
साथ में मौजूद दोस्त शिवम ने उसे तुरंत तालेड़ा अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे कोटा के एमबीएस अस्पताल रेफर किया गया। जहां अगले दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सपनों की उम्र थी, जिम्मेदारियों का बोझ उठा रहा था हरिओम का बड़ा भाई सुरेंद्र बताता है, “उसने हाल ही में 12वीं की परीक्षा दी थी। लेकिन परीक्षा खत्म होते ही उसने कहा कि अब थोड़ा काम करूं, जिससे घर का खर्च चला सकें। गर्मियों की छुट्टियों को उसने अपने परिवार के लिए समर्पित कर दिया। हम सबको उस पर बहुत भरोसा था।”
तालेड़ा थाने के हेड कॉन्स्टेबल पवन कुमार के अनुसार, हरिओम अपने साथी शिवम के साथ ट्रैक्टर में बैठकर लौट रहा था। शिवम ने अचानक स्टेयरिंग घुमा दी, जिससे ट्रैक्टर ट्रॉली असंतुलित होकर पलट गई। हरिओम नीचे दब गया। यह लापरवाही एक जान ले गई।
हरिओम की मौत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरा गांव गमगीन हो गया। पड़ोसी, रिश्तेदार, दोस्त सब हैरान और दुखी थे। जिसे कल तक भविष्य की उम्मीद कहा जा रहा था, आज वो कंधों पर उठा अंतिम सफर तय कर गया।