हार्मोनल इंबैलेंस के कारण हो सकती हैं कई परेशानियां, ऐसा हो आपका लाइफस्टाइल

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लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस होना आजकल आम बात हो गई है। इसके पीछे गलत डाइट, अनहेल्दी लाइफस्टाइल जैसे कि रात में देर से सोना और कई वजह हो सकती है। शरीर में हार्मोन कम या ज्यादा होने के कारण मूड बहुत प्रभाव पड़ता है। किसी काम में फोकस करने में परेशानी होती है। गुस्सा, उदासी और चिड़चिड़ेपन जैसे इमोशंस पीक पर होते हैं।हार्मोनल इंबैलेंस के कारण कई बार गंभीर बीमारियों जैसे पीसीओडी या पीसीओएड, फाइब्रोइट का रूप ले लेते हैं।

अगर हार्मोन्स संतुलन में रहेंगे तो आपको समय पर पीरियड्स आएंगे और आपका हर काम को करने में मन भी लगेगा। तो आइए जानते हैं कि किस तरह आप अपनी लाइफस्टाइल में चेंज करके हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या को कंट्रोल में किया जा सकता है।

लाइफस्टाइल में बदलाव करें ये बदलाव
जंक फूड खाने से करें परहेज

अगर आप भी अपनी क्रेविंग को कंट्रोल नहीं कर पाती हैं और जंक फूड का सेवन ज्यादा करती हैं। तो आपको अपनी इस आदत को सुधारना होगा वरना इसका असर आपकी सेहत पर पड़ेगा। क्योंकि अनहेल्दी फूड खाने से भी हार्मोन पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए आपको कोशिश करनी चाहिए की कम से कम जंक फूड का सेवन करें। पीरियड्स के टाइम तो बिल्कुल भी जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहिए।

एक्सरसाइज को बनाएं लाइफस्टाइल का हिस्सा
अगर आपको अपने हार्मोन्स को बैलेंस में रखना है तो आपको रोजाना योग या वर्कआउट जरूरत करना चाहिए। एक्सरसाइज करने से आपकी सेहत दुरुस्त रहती है और आपको हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या को कंट्रोल में किया जा सकता है। अगर समय नहीं मिल पा रहा है तो घर पर ही योग कर सकते हैं या पार्क में कुछ देर टहलने भी जा सकते हैं।

समय पर नींद लेना भी है जरूरी
अगर आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना है और आप चाहती हैं कि आपको हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या से न जूझना पड़े तो इसके लिए आपको कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। अगर आप ऐसे नहीं करते हैं तो आपके मूड में बदलाव होता है और आपको चिड़चिड़ापन लगता है जिसकी वजह से आपका मूड खराब ही रहता है। इसलिए काम के साथ-साथ नींद पर भी ध्यान देना जरूरी है।

हेल्दी फूड
आप जितना ज्यादा घर के बने खाने का सेवन करेंगे उतना ही हेल्दी रहेंगे। अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, ड्राई फ्रूट्स और सीड्स को शामिल करें। इससे आपकी शरीर स्वस्थरहेगा और आपको हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है

तनाव लेने से बचें
अगर आप हार्मोनल इंबैलेंस से गुजर रही हैं तो आपको तनाव लेने से बचना चाहिए। जितना हो सकते आप अपने काम को शांति से पूरा करने की कोशिश करें और अपनी मानसिक सेहत का ध्यान रखें। ओवरथिंकिंग न करें वरना आपको स्ट्रेस होगा जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक है।

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