शनि जयंती और तीसरा बड़ा मंगल का संयोग, इन उपायों से सुख-शांति के साथ मिलेगा अपार धन!

धर्म { गहरी खोज } :जेष्ठ माह में आने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है। यह दिन भगवान हनुमान को समर्पित है। कहते हैं कि इस दिन हनुमान जी पूजा करने से सभी कष्टों का अंत होता है। जेष्ठ माह के दो बुढ़वा मंगल बीत चुके हैं और तीसरे बड़े मंगल के दिन शनि जयंती है। मान्यता है कि अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है, तो हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए। शनि जयंती और बड़ा मंगल के इस शुभ संयोग में कुछ आसान उपाय करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
तीसरा बड़ा मंगल और शनि जयंती कब है?
इस बार ज्येष्ठ माह का तीसरा बुढ़वा मंगल और शनि जयंती 27 मई को मनाई जाएगी। वैदिक पंचांग के अनुसार, यह इस तिथि की शुरुआत 26 मई को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर होगी। वहीं तिथि का समापन अगले दिन यानी 27 मई को रात्रि 8 बजकर 31 मिनट पर होगा। ऐसे में शनि जयंती मंगलवार, 27 मई को मनाई जाएगी।
सुख-शांति और धन लाभ के लिए करें ये उपाय
शनि देव स्वयं हनुमान जी के परम भक्त हैं और मान्यता है कि हनुमान जी की आराधना से शनि के दुष्प्रभाव समाप्त हो जाते हैं। इस दिन यदि एकसाथ दोनों देवताओं की विधिपूर्वक पूजा की जाए, तो जीवन के रोग, शोक, कर्ज, भय, बाधा और ग्रह दोष दूर हो सकते हैं।
- इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर हनुमान जी की पूजा करे। उन्हें। सिंदूर, चमेली का तेल, लाल फूल और गुड़ चना अर्पित करें। इसके बाद हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करे। इसके बाद शनिदेव की पूजा करें।उन्हें काले तिल, सरसों का तेल, नीले फूल और काले वस्त्र अर्पित करें। शनि स्तोत्र या दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करें। पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं और 7 बार परिक्रमा करें।
- शनि जयंती के दिन दान-पुण्य करना शुभ फलदायी माना जाता है। इस दिन जरूरतमंदों को काले तिल, काली उड़द, काले वस्त्र, लोहे का सामान, स्टील के बर्तन, कंबल आदि दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
- शनि जयंती के दिन सुबह और शाम को 108 बार ऊँ शं शनैश्चाराय नमः का जाप करें। साथ ही इस दिन कुत्ते, कौवे, गाय, दिव्यांग, रोगी आदि के साथ भोजन ही करवाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होती है।
- अगर आप कर्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसके लिए बड़े मंगल के दिन पूजा के समय ॐ हं हनुमते नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके साथ ही हनुमान जी को फल और बूंदी का भोग लगाएं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से जीवन में शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।