कब से शुरू होंगे आषाढ़ माह के गुप्त नवरात्रि? जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त

धर्म { गहरी खोज } : सनातन धर्म में मां दुर्गा के नवरात्रि को बहुत ही महत्वपूर्म माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिन भक्त पूरे श्रद्धा भाव से मां भवानी का अराधना करते हैं। मान्यता है कि माता अपने भक्तों के सभी दुख को हर लेती हैं और पृथ्वी पर स्वर्ग के समान सुख प्रदान करती हैं। माता रानी के यह नवरात्रि साल में चार बार आते हैं, जिसमें दो प्रत्यक्ष जो कि चैत्र और आश्विन माह में आते हैं। वहीं गुप्त नवरात्रि माघ और आषाढ़ में माह में आते हैं। प्रत्यक्ष नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। वहीं गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह की शुरुआत गुरुवार 25 जून को शाम 04 बजे से आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होगी। उदया तिथि की माने तो इसी दिन गुप्त नवरात्रि के पहले दिन का व्रत पूजा और व्रत किया जाएगा।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि घटस्थापना समय
पंचांग के अनुसार, गुप्त नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक है। इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना करना शुभ होता है, जिसका समय है सुबह 11 बजकर 56 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट के मध्य रहेगा।
गुप्त नवरात्र का महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार, गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की 10 महाविद्या प्रकट हुईं थी। माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी शक्ति के 32 अलग-अलग नामों का जाप, दुर्गा सप्तशती , देवी महात्म्य और श्रीमद्-देवी भागवत जैसे धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से सभी परेशानियां दूर होती है और जीवन में सुख शांति आती है। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में गई साधना जन्मकुंडली के समस्त दोषों को दूर करने वाली और धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष देने वाली होती है।