हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर के निदेशक गिरफ्तार, छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप

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बिलासपुर{ गहरी खोज }: बंदला में स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर के निदेशक कम प्रिंसिपल पर छात्राओं के यौन शोषण का आरोप लगा है। वीरवार को कॉलेज छात्रों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जोरदार धरना प्रदर्शन किया था। वहीं, पुलिस ने देर रात निदेशक को हिरासत में ले लिया है।
इस मामले की शिकायत अप्रैल माह में समग्र ई-समाधान पोर्टल पर सुंदरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज के एक पूर्व छात्र ने दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता का कहना है कि ‘जब मैं सुंदरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था, तब वर्तमान में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक वहां वरिष्ठ संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत थे और उस समय भी उन्होंने लड़कियों के साथ अनुचित व्यवहार किया था। तत्कालीन प्रधानाचार्य को लिखित शिकायत और छात्राओं के बयान दिए गए थे, लेकिन उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब वही संकाय सदस्य हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में निदेशक पद पर कार्यरत हैं और वहां भी छात्राओं से अनुचित व्यवहार का सिलसिला जारी है। निदेशक छात्राओं को व्हाट्सएप पर गलत मैसेज भेजते हैं, उन्हें कॉल करते हैं और जवाब न देने पर धमकाते हैं।’
हाल ही में निदेशक का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें निदेशक अस्पताल में भर्ती छात्रा को कंबल के नीचे से गलत तरीके से छूने की कोशिश करते दिख रहे हैं। ये वीडियो कॉलेज के छात्रों तक पहुंच गया। छात्रों ने निदेशक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला स्तरीय यौन उत्पीड़न जांच कमेटी गठित की गई थी, जिसने अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट तैयार कर ली है। यह रिपोर्ट अब तकनीकी शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को सौंपी जा रही है।
तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक अक्षय सूद ने बताया कि ‘शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित की गई थी और अब रिपोर्ट के आधार पर विभाग कार्रवाई करेगा।’ जांच कमेटी की अध्यक्ष डॉ। विभा शर्मा ने बताया कि ‘कमेटी ने सभी पक्षों के बयान लेने के बाद रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसे विभाग को सौंपा जा चुका है।’
ताजा अपडेट के अनुसार, वीरवार देर रात पुलिस ने कॉलेज के निदेशक कम प्रधानाचार्य को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में दर्ज प्राथमिक साक्ष्यों और वीडियो के आधार पर निदेशक से पूछताछ की जाएगी और आगे की कार्रवाई जारी है। डीएसपी बिलासपुर मदन धीमान ने बताया कि ‘प्रारंभिक जांच के दौरान निदेशक को गिरफ्तार को गिरफ्तार कर लिया गया है’। शिकायतकर्ता, जो वर्तमान में एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं ने विभाग से आग्रह किया है कि महिला छात्राओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। ये मामला न केवल शिक्षा संस्थानों में व्याप्त यौन उत्पीड़न की गंभीरता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि ऐसे मामलों में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई कितनी आवश्यक है।

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