मल्टीविटामिन की नहीं पड़ेगी जरूरत, डाइट में शामिल करें ये तीन चीज, एम्स की डॉक्टर ने बताया

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए बहुत से विटामिन की जरूरत होती है। विटामिन की कमी से शरीर में कई तरह के रोग होते हैं। अक्सर लोग विटामिन की कमी पूरी करने के लिए डॉक्टर से सलाह किए बिना ही मल्टी विटामिन लेने लगते हैं। ऐसा करना कई बार नुकसान दायक भी हो सकता है। यदि आपको शरीर में विटामिन की कमी महसूस हो रही है तो उन्हें प्राकृतिक तौर पर लेने का प्रयास करना चाहिए। मल्टी विटामिन की कमी कौन से खाद्य पदार्थ पूरी करते हैं बता रही हैं डॉक्टर।
बढ़ती उम्र में मल्टी विटामिन की ज्यादा जरूरत होती है। इसके चलते अक्सर लोग बिना डॉक्टर से सलाह किए सप्लीमेंट लेना शुरु कर देते हैं। थकान, कमजोरी, नींद नहीं आना जैसे बहाने बनाकर मल्टीविटामिन की जरूरत बताई जाती है। हालांकि प्राकृतिक रूप से भी आप मल्टी विटामिन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए सप्लीमेंट पर निर्भर रहने की जगह आपको अपने डाइट प्लान में बदलाव करना चाहिए। ऐसे बहुत से फल और सब्जियां हैं, जिनका नियमित सेवन करने से आपको मल्टी विटामिन आसानी से प्राप्त हो सकते हैं और उनका कोई विपरीत प्रभाव भी नहीं हो।
इन पदार्थों से होगी विटामिन की कमी दूर
एम्स में डायटिशियन डॉ परमजीत कौर कहती हैं कि प्रकृति ने हमें ऐसे कई पदार्थ दिए हैं, जिनमें विटामिन भरपूर मत्रा में होते हैं। इनमें एक है केल। केल का सेवन आपकी पूरे स्वास्थ के लिए बहुत अच्छा है। केल में विटामिन के 1 पाया जाता है, जो ब्लड क्लॉट के लिए एक जरूरी विटामिन है। ह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत जरूरी है। इसमें विटामिन सी, विटामिन बी6, फाइबर, मैंगनीज, पोटेशियम और आयरन भी अधिक मात्रा होती है। इसकेअलावा सीड्स और पालक भी आपकी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है।
पालक में विटामिन ए, विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन बी, फोलेट, पोटेशियम, मैग्नीशियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड और आयरन होता है। फ्लैक्स सीड्स और पम्पकिन सीड्स में भी कई तरह के विटामिन होते हैं।इनमें विटामिन बी1, विटामिन बी2 और विटामिन बी3 के साथ विटामिन ई, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जिंक और आयरन की भरपूर मात्रा होती है।
नियमित रूप से करें सेवन
बढ़ती उम्र में यदि आपको कमजोरी, थकान महसूस हो रही है तो बताए गए पदार्थों का नियमित सेवन आपके लिए बहुत अच्छा हो सकता है। इन पदार्थों को आप आहार में शामिल कर सकते हैं या फिर नाश्ते में भी ले सकते हैं। प्रयास करें कि इनका सेवन सुबह से दोपहर तक ही कर लें। यदि आप इनकासेवन रोज नहीं कर सकें तो सप्ताह में कम से कम दो बार जरूर करें।