अप्रैल में आठ प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर 0.5 प्रतिशत

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों में इस वर्ष अप्रैल के दौरान 0.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वृद्धि के पीछे इस्पात, सीमेंट, कोयला, बिजली और प्राकृतिक गैस जैसे क्षेत्रों का योगदान रहा। वहीं, कच्चा तेल, पेट्रोलियम रिफाइनरी और उर्वरक उत्पादन में गिरावट देखी गई।
इन आठ प्रमुख उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में करीब 40 प्रतिशत का भार है, और इन्हें समग्र औद्योगिक विकास का प्रमुख संकेतक माना जाता है। अप्रैल 2025 में इस्पात उत्पादन में तीन प्रतिशत, सीमेंट में 6.7 प्रतिशत, कोयला में 3.5 प्रतिशत, बिजली उत्पादन में एक प्रतिशत और प्राकृतिक गैस उत्पादन में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
वहीं, कच्चे तेल का उत्पादन 2.8 प्रतिशत और पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद 4.5 प्रतिशत घटा है। उर्वरक उत्पादन में भी 4.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। मंत्रालय ने बताया कि पुराने तेल क्षेत्रों में उत्पादन में गिरावट के कारण कच्चे तेल के आंकड़ों पर असर पड़ा।
पूरे वित्त वर्ष (अप्रैल 2024 से मार्च 2025) के दौरान कोर सेक्टर की संचयी वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत रही, जो पिछली समान अवधि की तुलना में बेहतर है। इस्पात और सीमेंट जैसे क्षेत्रों में इस दौरान लगातार मजबूती रही है, जिनमें क्रमशः 6.9 प्रतिशत और 6.3 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई है। ऊर्जा और बुनियादी निर्माण क्षेत्र की मांग इन उत्पादों की खपत को बढ़ा रही है।

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