तटरक्षक बल ने करीब सात लाख ओलिव रिडले कछुओं के संरक्षण में मदद की

नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : भारतीय तटरक्षक बल ने विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके करीब सात लाख ओलिव रिडले कछुओं के घोंसलों के संरक्षण में मदद की है।
बल ने सोमवार को यहां बताया कि उसने समुद्री संरक्षण को बड़ा बढ़ावा देते हुए वार्षिक मिशन ‘ऑपरेशन ओलिविया’ में गत फरवरी 2025 के दौरान ओडिशा में रुशिकुल्या नदी के मुहाने पर 6.98 लाख से अधिक ओलिव रिडले कछुओं के घोंसले की रक्षा करने में मदद की।
हर वर्ष नवंबर से मई तक आयोजित किया जाने वाला ऑपरेशन ओलिविया बल की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य विशेष रूप से गहिरमाथा बीच और ओडिशा के आसपास के तटीय क्षेत्रों में ओलिव रिडले कछुओं के लिए सुरक्षित घोंसले की जगह सुनिश्चित करना है। यहां हर वर्ष आठ लाख से अधिक कछुए आते हैं। ओडिशा में रुशिकुल्या नदी के मुहाने पर रिकॉर्ड सामूहिक घोंसले का निर्माण बल के कठोर गश्त, हवाई निगरानी और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से लुप्तप्राय प्रजातियों की सुरक्षा में निरंतर प्रयासों का प्रमाण है।
बल ने बताया कि इस अवधि के दौरान, अवैध रूप से मछली पकड़ने में शामिल 366 नौकाओं को हिरासत में लिया गया, जिससे समुद्री जीवन की रक्षा में बल की मजबूत भूमिका की पुष्टि हुई। निगरानी के अलावा बल ने विशेष उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा दिया है। उसने मछली पकड़ने की टिकाऊ प्रथाओं और कछुओं के संरक्षण के लिए औपचारिक समझौता ज्ञापनों के माध्यम से गैर सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी करके स्थानीय मछली पकड़ने वाले समुदायों के साथ सक्रिय रूप से काम किया है।