पश्चिमी राजस्थान को जल संकट से राहत, नहरों में पहुंचेगा पानी : सांसद राजेंद्र गहलोत

जोधपुर{ गहरी खोज }: पानी की किल्लत से जूझ रहे पश्चिमी राजस्थान के जिलों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। राजस्थान सरकार और पंजाब सरकार के बीच हाल ही में हुए महत्वपूर्ण समझौते के तहत हरिके बैराज से राजस्थान के हिस्से का पानी छोड़ा गया है। राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने इस पहल के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार जताया।
राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने शनिवार को समाचार एजेंसी खास बातचीत में कहा कि पंजाब लंबे समय से राजस्थान के हिस्से का पानी नहीं छोड़ रहा था, लेकिन अब मुख्यमंत्री के प्रयासों से यह संभव हो पाया है। इस पानी से अब पश्चिमी राजस्थान में गर्मियों के दौरान जल संकट नहीं रहेगा और नहरों में भरपूर मात्रा में पानी पहुंचेगा।
बता दें कि राजस्थान सरकार और पंजाब सरकार के बीच हुए इस समझौते के तहत सबसे पहले 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और अब 18 मई तक पूरी क्षमता से पानी छोड़ा जाएगा। इससे न केवल जल संकट से राहत मिलेगी, बल्कि नहरों में पूरी क्षमता से पानी पहुंचने से सिंचाई और पेयजल आपूर्ति में भी सुधार होगा।
सिंधु जल को राजस्थान की ओर लाने की बढ़ती मांग को लेकर भी गहलोत ने अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि सिंधु जल को वेस्टर्न रूट कैनाल के जरिए राजस्थान तक लाया जा सकता है और प्रदेश के पास इस पानी को संग्रहित और उपयोग में लाने की पूरी क्षमता है। राज्य में कई नहरें, नलकूप, बावड़ियां और तालाब हैं जो खाली पड़े हैं और सिंधु जल से उन्हें भरा जा सकता है। साथ ही, लंबे समय से पानी के अभाव में जमा हुई मिट्टी को भी साफ किया जा सकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह सपना भी साकार होगा।
वहीं विपक्ष द्वारा सिंधु ऑपरेशन और अमेरिका की मध्यस्थता को लेकर उठाए गए सवालों पर गहलोत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कुत्ते की पूंछ टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है, कभी सीधी नहीं होती। हमारी सेनाओं ने अद्भुत शौर्य दिखाया है और देश की रक्षा की है। आज भारत एक वैश्विक शक्ति बनकर उभरा है और अमेरिका तक भारत की शक्ति को लेकर सजग है।