बढे़ हुए बीपी का कारण है हाई कोलेस्ट्रॉल, इसे इस तरह करें कंट्रोल

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: हाइपरटेंशन को आम भाषा में हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है। ये तब होता है जब आपके दिल से खून शरीर में पंप होने के दौरान ब्लड वेसल्स पर जरूरत से ज्यादा दबाव बनता है। ये दबाव अगर लंबे समय तक बना रहे तो दिल, किडनी, ब्रेन और आंखों पर असर डाल सकता है। अक्सर शुरुआत में इसके लक्षण साफ नहीं होते, इसलिए इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है।
हाइपरटेंशन दो तरह का होता है: प्राइमरी (जिसका कोई साफ कारण नहीं होता) और सेकेंडरी (जो किसी बीमारी या दवा की वजह से होता है। बहुत ज्यादा नमक खाना, मोटापा, तनाव, स्मोकिंग, शराब और शारीरिक मेहनत की कमी के बढ़ने की वजहें हो सकती हैं। ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल बहुत जरूरी है जैसे कम नमक खाना, एक्सरसाइज करना, और जरूरत हो तो डॉक्टर की सलाह से दवाएं लेना।
हाइपरटेंशन डे क्यों मनाया जाता है?
हाइपरटेंशन डे हर साल 17 मई को मनाया जाता है, ताकि लोगों को हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन के खतरों के बारे में जागरूक किया जा सके। इसका मकसद है कि लोग समय रहते अपनी सेहत पर ध्यान दें और ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं, क्योंकि हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जो शुरू में बिना किसी लक्षण के धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है।
दुनियाभर में लाखों लोग हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हैं, लेकिन बहुत से लोगों को पता ही नहीं होता कि उन्हें ये समस्या है। हाइपरटेंशन हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी फेल्योर जैसी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इस दिन हेल्थ कैंप, फ्री BP चेकअप, वॉकथॉन, सेमिनार और सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं।
हाइपरटेंशन डे हमें याद दिलाता है कि सिर्फ दवा ही नहीं, बल्कि सही लाइफस्टाइल भी जरूरी है जैसे कम नमक खाना, रोज़ एक्सरसाइज करना, स्ट्रेस कम करना और रूटीन हेल्थ चेकअप करवाना। जितनी जल्दी इसे कंट्रोल किया जाए, उतना ही बेहतर है। ये दिन लोगों को खुद की सेहत को सीरियस लेने के लिए मोटिवेट करता है।
हो सकती है हाई बीपी की समस्या
हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी का आपस में गहरा कनेक्शन है। जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ जाता है, तो ये ब्लड वेसल्स की दीवारों पर जमा होकर उन्हें संकरा और कठोर बना देता है। इससे दिल को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ये स्थिति धीरे-धीरे हाइपरटेंशन की शक्ल ले सकती है। इसलिए हेल्दी डाइट लेना, फिजिकल एक्टिव रहना और कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है, ताकि हाई बीपी और हार्ट डिजीज का खतरा कम किया जा सके।
कैसे कंट्रोल करें हाई कोलेस्ट्रॉल?
हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है। सबसे असरदार तरीका है हेल्दी डाइट। खाने में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें जैसे मछली, अलसी के बीज, और अखरोट शामिल करें। घी, मक्खन, तले-भुने और ज्यादा प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं। साबुत अनाज, हरी सब्जियां, फल और फाइबर से भरपूर चीजें कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं।
रेगुलर एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है। हर दिन कम से कम 30 मिनट तेज चलना, साइकलिंग, योग या स्विमिंग जैसी एक्टिविटीज करें। ये शरीर के अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करती हैं। स्मोकिंग छोड़ना और अल्कोहल लिमिट में लेना भी जरूरी है, क्योंकि ये दोनों चीजें कोलेस्ट्रॉल लेवल को बिगाड़ सकती हैं। साथ ही, स्ट्रेस मैनेजमेंट करें मेडिटेशन, म्यूजिक या मनपसंद एक्टिविटी से तनाव कम करें।
अगर लाइफस्टाइल सुधार के बावजूद कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में ना आए, तो डॉक्टर की सलाह से दवा लेना जरूरी हो सकता है। लेकिन याद रहे, दवा के साथ हेल्दी आदतें बनाए रखना भी उतना ही ज़रूरी है।