आतंकवाद बड़ा खतरा, भारत के साथ मिल कर काम करने की जरूरत: अरब लीग के राजदूत

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: अरब लीग के नयी दिल्ली स्थित राजनयिक मिशन के प्रमुख यूसुफ मोहम्मद जमील ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद का खात्मा करने के लिए भारत और अरब क्षेत्र के देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने आतंकवाद को विश्व शांति के लिए गंभीर खतरा बताया है।
राजदूत जमील ने एक बयान में कहा, “देश के बाहर से संचालित आतंकवाद और ऐसे अन्य खतरों से निपटने के मामले में हमारी सोच एक जैसी है। हम खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान और संयुक्त पहल के माध्यम से आतंकवाद के खिलाफ लड़ायी के उद्देश्यों को हासिल कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य विश्व में शांति और सुरक्षा के वातावरण को मजबूत बनाना है।”
अरब लीग के राजदूत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। उन्होंने कहा कि यह कृत्य न केवल बर्बर बल्कि अमानवीय भी है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकने का स्वागत किया और कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए दोनों के बीच सैनिक कार्रवाई का रुकना बहुत ही जरूरी था। श्री जमील ने कहा, “ हम इस पक्ष के हैं कि दोनों देशों के बीच विवाद के समाधान के लिए बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों को अपना जाय । ऐसा दृष्टिकोण न केवल राजनीतिक स्थिरता बल्कि इस क्षेत्र के देशों की आर्थिक प्रगति के लिए भी आवश्यक है।”
श्री जमील ने उम्मीद जताई कि अरब-भारत मंत्रिस्तरीय संचालन फोरम की एक बैठक निकट भविष्य में आयोजित की जाएगा और इससे दोनों पक्षों के बीच सहयोग को व्यापक बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कह कि अरब लीग के देशों के साथ भारत के संबंधों को अपेक्षित गति देने के लिए इस तरह की उच्च स्तरीय सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने कहा, “हमें इन बैठकों में राजनीतिक मामलों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि आर्थिक, ऊर्जा और सुरक्षा संबंधी मामलों को भी इसमें शामिल करना चाहिए।”