भारत-पाकिस्तान युद्ध: मुल्ला जनरल मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में लॉन्च किया ‘बुनयान अल मरसूस

इस्लामाबाद{ गहरी खोज }: मुल्ला जनरल आसिम मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ ‘बुनयान अल मरसूस’का ऐलान कर पाकिस्तान को खतरे में डाल दिया है। कहने को तो ये भारत के खिलाफ है लेकिन अंजाम पाकिस्तान की आवाम को भुगतना होगा। मुल्ला जनरल ने कुछ दिनों पहले इस्लामाबाद में दी तकरीर के मुताबिक ही इस ऑपरेशन का नाम रखा है। इस्लाम में बुनयान अल मरसूस काफी अहम मायने रखता है। कुरान के सुरा 61-4 में इसका जिक्र है जिसका मतलब है -अल्लाह उन सब लोगों से मोहब्बत करता है जो अपने हक के लिए लड़ते हैं। बुनयान का मतलब है इमारत। मरसूस का मतलब है मज़बूत। बुनयान अल मरसूस यानी एक ऐसी इमारत को दर्शाता है जो बहुत मज़बूत और एकजुट है। पाकिस्तान का आर्मी चीफ अल कायदा या आईएसआईएस चीफ की तरह इसे मुसलमानों की एकता और ताकत का प्रतीक जता रहा है। उस मूर्ख को नहीं मालूम कि पड़ोसी तालिबान भी पहलगाम में हिंदुओं के नरसंहार के मसले पर उसके साथ नहीं है।
जनरल आसिम मुनीर ने 10 मई 2025 की अहले सुबह बुनयान अल मरसूस शुरू किया। उसका दावा है कि इसके तहत पाक एयर फोर्स ने पठानकोट, उधमपुर एयरबेस पर हमला किया है। हालाकिं हमारे सारे एयरबेस महफूज हैं। हां ये जरूर है कि पाकिस्तानी आर्मी रिहायशी इलाकों पर निशाना बना रहा है। पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन से पहले भी भारत के खिलाफ कई ऑपरेशन चलाए जिसका अंजाम उसके लिए बहुत बुरा हुआ।
1999 में कारगिल युद्ध के दौरान शुरू हुआ। पाकिस्तान ने कारगिल में ऊंची चोटियों पर कब्जा किया। इसका मकसद लद्दाख का रास्ता काटना था। भारत ने ऑपरेशन विजय से जवाब दिया। पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा। पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई लेकिन उसने पहले अपनी भूमिका से इनकार किया।