प्राकृतिक खेती का वैश्विक संदेश कुरुक्षेत्र से दिया जा रहा है: जिंदल

कुरुक्षेत्र{ गहरी खोज }: हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि-तकनीकी प्रदर्शनी एवं स्टार्टअप कॉन्क्लेव में सांसद नवीन जिंदल ने शुक्रवार को कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन भूमि से प्राकृतिक खेती का संदेश दिया जा रहा है।
श्री जिंदल ने शुक्रवार को कहा कि कहा कि जब तक किसानों में प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूकता नहीं होगी, तब तक यह अभियान सफल नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल को गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और पद्म श्री डॉ. हरिओम मिलकर आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि नेशनल मिशन ऑन नेच्युरल फार्मिंग के तहत 2,481 करोड़ रुपये की योजना शुरू की गयी है, जिसका उद्देश्य रसायन मुक्त खेती को प्रोत्साहित करना और पोषक अनाज का उत्पादन बढ़ाना है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे पहले अपने परिवार के लिए प्राकृतिक खेती अपनायें और फिर इसे बड़े स्तर पर फैलायें। आज की उपभोक्ता पीढ़ी प्राकृतिक उत्पादों को प्राथमिकता देती है, जिससे इसकी बाजार में मांग बढ़ रही है।
श्री जिंदल ने किसानों से कहा कि प्रदर्शनी और कॉन्क्लेव संवाद और प्रशिक्षण का एक बेहतरीन अवसर है। देशभर से आये प्रगतिशील किसान नयी तकनीकों और प्रयोगों की जानकारी सांझा कर रहे हैं। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे रासायनिक खेती से होने वाले नुकसान को समझें और प्राकृतिक खेती अपनायें। उन्होंने बताया कि पशुपालकों और युवाओं के लिए विशेष सेमिनार आयोजित किए जायेंगे।
उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कहा कि भारत आतंकवाद के हर रूप का सख्ती से जवाब देगा। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और श्री मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और भारतीय सेना पर गर्व जताया।