फरहान पर दर्ज हुआ हत्या के प्रयास का मामला, पुलिस कस्टडी से भागने का किया था प्रयास

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भोपाल{ गहरी खोज } : भोपाल में कॉलेज छात्राओं को ड्रग्स, सेक्स, धोखा और ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाने के सनसनीखेज लव-जिहाद मामले में मुख्य आरोपी फरहान पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में घायल हो गया। घटना उस समय हुई जब पुलिस फरहान को गिरोह के फरार सदस्य अबरार की तलाश में सीहोर जिले के बिलकीसगंज ले जा रही थी।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को रिमांड पर लिए गए फरहान ने पुलिस को बताया था कि अबरार बिलकीसगंज में छिपा है। देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अशोका गार्डन थाने से पुलिस सुरक्षा बल के साथ फरहान को लेकर रवाना हुई। रातीबड़ थाने के पास सरवर गांव में फरहान ने पेशाब करने के लिए गाड़ी रुकवाई। इस दौरान, उसकी सुरक्षा में तैनात उप निरीक्षक सहित दो पुलिसकर्मी नीचे उतरे। आरोप है कि इसी बीच फरहान ने उप निरीक्षक की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। हाथापाई में उप निरीक्षक की पिस्टल से गोली चल गई, जो फरहान के पैर में लगी
पुलिस ने तुरंत घायल फरहान को हिरासत में ले लिया और उसे इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। इस झड़प में शामिल दोनों पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस ने फरहान के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज कर लिया है।
अशोका गार्डन थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं फरहान के परिचित या संबंधी उसके भागने की योजना में शामिल तो नहीं थे। उन्होंने कहा कि फरहान को पनाह देने वालों और उसकी मदद करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि इस मामले में फरहान सहित पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल और लैपटॉप से कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं, जिनमें ज्यादातर फरहान के कॉलेज की छात्राओं के हैं।
इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग भोपाल लव जिहाद मामले में पुलिस के शॉर्ट एनकाउंटर पर कहा कि पैर पर गोली क्यों छाती में लगनी चाहिए थी। ऐसी हरकत करने वालों को सरेराह गोली मार देनी चाहिए। लव जिहाद जैसी हरकत को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगा। गिरोह बनाकर ऐसी हरकत करने वाले धरती पर बोझ हैं। ऐसे लोगों को निश्चित रूप से जिंदा रहने का अधिकार ही नहीं है। ये लोग बच्चियों को बहला-फुसलाकर धर्मपरिवर्तन के कारण ऐसी हरकतें करते हैं, ये अक्षम्य है। इनके पैर पर नहीं छाती पर गोली लगनी चाहिए।

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