कनाडा के संघीय चुनाव परिणाम

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संपादकीय { गहरी खोज }: कनाडा के संघीय चुनावों में कनाडा वासियों ने एक बार फिर लिबरल पार्टी को सत्ता की बागडोर संभालने का जनादेश दिया है। गौरतलब है कि 2015, 2019, 2021 के बाद अब 2025 में समय से पहले हुए चुनावों में मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी में ही लोगों ने विश्वास जताया है।
ट्रूडो और खालिस्तानी समर्थक न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के जगमीत सिंह की जोड़ी ने भारत और कनाडा के रिश्तों में जो तलखी पैदा की थी वह मार्क कार्नी के पुन: सत्ता में आने के साथ कम होने की पूरी संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी के संदेश से भी यही संकेत मिल रहे हैं।
कनाडा के संघीय चुनावों से पहले कनाडा में आम धारणा यही थी कि इस बार कंजरवेटिव पार्टी में लोग विश्वास प्रकट करेंगे लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा पर लगाए टैरिफ और कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बन जाने में कनाडा की बेहतरी की जो बात कही थी, ट्रंप की बात का लिबरल व कंजरवेटिव पार्टी के दोनों नेताओं मार्क कार्नी और पोलीवियरे ने विरोध किया था। चुनावों में ट्रंप की धमकियां ही मुख्य मुद्दा बनकर उभरी और कार्नी ने कनाडा के वासियों की भावनाओं को जिस तरह प्रकट किया वह कनाडावासियों के स्वाभिमान को जागृत करने में सफल रहा, परिणामस्वरूप कनाडा की जनता ने कार्नी में अपना भरोसा जताया।
कार्नी एक अर्थशास्त्री हैं और वह कनाडा के बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर रह चुके हैं। 2007-08 में कनाडा में आए आर्थिक संकट से देश को बाहर निकालने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ट्रंप की धमकियों और कनाडा में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए कनाडावासियों ने कार्नी में अपना विश्वास जताया।
कनाडा के संघीय चुनावों में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख जगमीत सिंह की अपनी व उनकी पार्टी की हार दर्शाती है कि नकारात्मक नीतियों का क्षणिक लाभ तो हो सकता है लेकिन लंबी दौड़ में वह असफल ही रहती है। जगमीत के कहने पर चलने वाले ट्रूडो को पहले पद छोडऩा पड़ा। जगमीत सिंह ने चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी पद से त्यागपत्र दे दिया है।
कनाडा के चुनावों में भारतीय मूल विशेषतया पंजाबी मूल के लोगों की जीत दर्शाती है कि कनाडा के सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक क्षेत्रों में भारतीयों विशेषतया पंजाबियों का आधार मजबूत होता जा रहा है। जगमीत की हार और पंजाबियों की पिछले चुनावों से अधिक सीटों पर जीतना दर्शाता है कि पंजाबी सकारात्मक सोच और खुले विचारों को प्राथमिकता देते हैं। संकीर्णता व छोटी सोच पंजाबियों को पसंद नही।
पंजाबियों का उपरोक्त गुण पंजाब की राजनीति में भी स्पष्ट दिखाई देता है। पंजाबी सकारात्मक संघर्ष कर आगे बढऩे में विश्वास करता है, लकीर काटने की जगह बड़ी लकीर खींचने में विश्वास करता है। पंजाबियों की यह सोच ही उन्हें एक अलग पहचान देती है।
कनाडा के संघीय चुनाव परिणाम भारत-कनाडा संबंधों में सुधार की संभावनाओं के साथ-साथ कनाडावासियों के स्वाभिमान को भी दर्शाते हैं।

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